इंदौर में होटल ढहने से 10 की मौत, 4 घायल, कई लोगों के दबे होने की आशंका

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घनी बसावट वाले इलाके में स्थित एमएस होटल भरभराकर ढह गया.  पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचे करबचाव अभियान शुरू कर दिया है. घटनास्थल पर कई एम्बुलेंस भी तैयार रखी गई हैं.

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तीन मंजिला होटल अचानक ढह गया तीन मंजिला होटल अचानक ढह गया

अंकुर कुमार

  • इंदौर,
  • 31 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 8:41 AM IST

इंदौर के सरवटे बस स्टैंड इलाके में स्‍थि‍त चार मंजिला एक होटल शनिवार रात को अचानक भरभराकर ढह गया. इस हादसे में दो महिलाओं समेत कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि चार घायल हो गए. घायलों का इलाज चल रहा है. इस हादसे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है. राहत एवं बचाव कार्य तेजी से जारी है.

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अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि चार लोग घायल हैं. मृतकों में होटल के मैनेजर हरीश भी शामिल हैं. वहीं पु‍ल‍िस अध‍िकार‍ियों का कहना है कि मरने वालों की संख्‍या में इजाफा हो सकता है. बताया जा रहा है कि इस इमारत में लॉज भी चल रहा था. फिलहाल मलबे में दबे हुए लोगों को निकालने का काम जारी है. फायर ब्रिगेड व पुलिस की टीम मौके पर मौजूद है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. घटनास्थल पर कई एम्बुलेंस भी तैयार रखी गई हैं.

इस हादसे के बाद से पूरे घटनास्थल पर अफरातफरी का माहौल है. यह बस स्टैंड वाला इलाका है. लिहाजा यहां बड़ी संख्या में होटल हैं और लोगों की आवाजाही भी रहती है. हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान होटल मैनेजर 70 वर्षीय हरीश पुत्र गणेश सोनी, 60 वर्षीय सत्यनारायण पुत्र रमेश, 35 वर्षीय राजू पुत्र रतन लाल के रूप में हुई है. इसके अलावा मृतकों में चार अज्ञात पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं. इसके अलावा घायलों में 30 वर्षीय धर्मेंद्र पुत्र देवराम, 42 वर्षीय महेश पुत्र राम लाल शामिल हैं, जिसमें महेश की हालत नाजुक बताई जा रही है.

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वहीं, दुर्घटना के बाद बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने हादसे पर दुःखद जताया और अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना. साथ ही कहा कि वो नगर निगम को जर्जर इमारतों को चिन्हित कर हटाने के लिए निर्देश देंगे.

उन्होंने कहा कि पहले भी इस तरह की जर्जर इमारतें हटाई जा चुकी हैं, लेकिन कभी-कभी चूक हो जाती है. इस मामले में मुआवजे के लिए सीएम से भी बात करेंगे. उन्होंने मामले की जांच कराने की भी बात कही है.

डीआईजी हरि नारायणचारी मिश्र का कहना है कि 50 साल से अधिक पुरानी यह बिल्डिंग जर्जर थी. हादसे की वजह एक कार के बिल्डिंग से टकराना बताई जा रही है. अब तक कुल 10 शव निकाले जा चुके हैं. इस मामले में नगर निगम कमिश्नर मनीष सिंह का कहना है कि काफी पुरानी इमारत थी, जिसे तोड़ने के लिए नोटिस दिया गया था या नहीं इसकी जांच की जाएगी.

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