भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर (तृतीय) से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय एक बार फिर नए विवाद में घिर गए हैं. निगमकर्मी की पिटाई मामले में जेल से रिहाई के बाद समर्थकों की ओर से की गई हवाई फायरिंग मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. हालांकि अभी फायरिंग करने वाले समर्थक की पहचान नहीं हो पाई है.
दरअसल, इंदौर नगर निगम के अधिकारी को पीटने के मामले में गिरफ्तार हुए विधायक आकाश विजयवर्गीय को जमानत मिलने के बाद उनके समर्थकों ने हर्ष फायरिंग की थी. शनिवार शाम नेहरू स्टेडियम के सामने बीजेपी कार्यालय के बाहर ये फायरिंग की गई थी. इसका वीडियो भी सामने आया था.
वीडियो के सामने आने के बाद संयोगितागंज थाना क्षेत्र की पुलिस ने अज्ञात शख्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आईपीसी की धारा 336 के तहत मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने वीडियो में दिखने वाले शख्स की पहचान शुरू कर दी है.
वहीं इस मामले में एसएचओ सुबोध क्षत्रिय ने कहा है कि एक वायरल वीडियो की जांच करते हुए यह पाया गया है कि इंदौर के कार्यालय के बाहर विधायक (आकाश विजयवर्गीय) की रिहाई के जश्न के दौरान कुछ अज्ञात लोगों ने 4-5 गोलियां चलाई थीं. उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
गौरतलब है कि नगर निगम के एक अधिकारी को क्रिकेट के बल्ले से पीटने के कारण गिरफ्तार किए गए विधायक आकाश विजयवर्गीय के रविवार सुबह जमानत पर जेल से बाहर आने पर उनके समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया. उन्होंने जश्न मनाते हुए हवाई फायरिंग भी की. अपने समर्थकों के साथ जेल पहुंचे आकाश के पिता और बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने जेल के बाहर उनका स्वागत किया. उन्होंने कैलाश को माला पहनाई और हवाई गोलीबारी करते हुए और रास्ते में आतिशबाजी करते हुए उन्हें घर तक लाए.
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