मध्य प्रदेश में पुलिस विभाग में तैनात प्रशिक्षित कुत्तों के तबादले पर सियासत तेज हो गई है. 46 कुत्तों के तबादले पर विपक्ष हमलावर है, वहीं बैकफुट पर नजर आती रही सरकार भी अब गियर बदलती नजर आ रही है. राज्य की कांग्रेस सरकार के एक मंत्री ने सोमवार को जहां विपक्षी भारतीय जनता पार्टी को कुत्ते जैसी मानसिकता वाली पार्टी बताया था. वहीं अब शिवराज सरकार के दौरान किए गए कुत्तों के तबादले की सूची भी सामने आई है.
मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया सलाहकार नरेंद्र सलूजा ने भाजपा सरकार के दौरान 2018 में हुए कुत्तों के तबादले की लिस्ट जारी की है. सलूजा ने कहा है कि वह यह सूची पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेजेंगे. सलूजा ने कहा कि कुत्तों का तबादला एक आम प्रक्रिया है. मार्च 2018 में जब शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री थे और भाजपा की सरकार थी. तब भी कुत्तों का तबादला हुआ था.
सलूजा ने कहा है कि कुत्तों का तबादला कोई पहली बार नहीं किया गया है. यह पहले भी होता रहा है. गौरतलब है कि पिछले दिनों कमलनाथ सरकार ने अधिकारियों और कर्मचारियों को इधर से उधर करने के बाद 46 कुत्तों के तबादले का आदेश जारी किया था. कुत्तों के साथ ही उनके हैंडलर्स का भी तबादला किया गया था.
मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जनपद छिंदवाड़ा से एक स्निफर डॉग सरकार के इस आदेश के बाद प्रदेश में सियासत गर्म हो गई थी. विपक्षी भाजपा ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. जिससे सत्ताधारी बैकफुट पर आ गई थी.
बता दें कि कमलनाथ सरकार में मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कुत्तों के तबादले को राजनीतिक रंग देने के लिए भाजपा की आलोचना करते हुए कुत्तों के जैसी मानसिकता वाली पार्टी करार दिया था. जिसपर पलटवार करते हुए पूर्व मंत्री रामेश्वर शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा था कि हां, हम डॉगी हैं.
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