Khargone: कर्फ्यू में मिली ढील, शादी के लिए पैदल निकल पड़ा दूल्हा

खरगोन में रविवार को कर्फ्यू में थोड़ी ढील दी गई. जिसके बाद एक युवक को अपनी शादी के लिए पैदल ही जाना पड़ा. कर्फ्यू की वजह से दूल्हे का घोड़ी चढ़ने और धूमधाम से बारात ले जाने का सपना हमेशा के लिए अधूरा रह गया.

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कर्फ्यू में ढील के बाद शादी के लिए पैदल निकला दूल्हा (फोटो- आजतक) कर्फ्यू में ढील के बाद शादी के लिए पैदल निकला दूल्हा (फोटो- आजतक)

उमेश रेवलिया

  • खरगोन,
  • 17 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 2:20 PM IST
  • सुबह 8 बजे से 12 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई
  • खरगोन में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई थी हिंसा
  • दूल्हे को शादी के लिए पैदल जाना पड़ा

मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा के बाद स्थिति थोड़ी सामान्य जरूर हुई है. लेकिन यहां रहने वाले लोगों की समस्याएं अभी कम नहीं हुई हैं. दंगों के बाद कई शादियां टूटी क्योंकि बहुत से परिवार दंगा प्रभावित क्षेत्र में अपनी बेटियों की शादी करने से इनकार कर रहे हैं. खरगोन की संजय नगर बस्ती के लोग अभी भी हिंसा की मार झेल रहे हैं. 

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रविवार को प्रशासन की तरफ से कर्फ्यू में थोड़ी ढील दी गई. जिसके बाद एक युवक अपनी शादी के लिए पैदल ही निकल पड़ा. क्योंकि कर्फ्यू के दौरान किसी तरह के समारोह की इजाजत नहीं दी गई है. हालांकि रविवार को जिला प्रशासन ने सुबह 8 बजे से 12 बजे तक कर्फ्यू में थोड़ी ढील दी थी.

यही कारण है कि एक दूल्हे का घोड़ी चढ़ने और धूमधाम से बारात ले जाने का सपना हमेशा के लिए टूट गया. कर्फ्यू और तनाव के चलते उसे पैदल ही बिना बैंड, बाजे के दुल्हन के घर जाने पर मजबूर होना पड़ा.

दूल्हा अमन और उसके परिजनों को शहर से बाहर निकलने के लिए 2 से 3 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. इसके बाद वो 40 किलोमीटर दूर कसरावद कार से पहुंचे. इसी हालात में वो अपनी दुल्हन को लेकर घर भी लौटेंगे.

बता दें, खरगोन में रामनवमी के जुलूस के दौरान जिस जगह पर हिंसा भड़की थी वहां तनाव को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है.

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दूल्हे अमन को इस बात का मलाल है कि कर्फ्यू लगने से धूमधाम से जैसी शादी होनी थी वो नहीं हो पाई. इससे पहले खरगोन में शुक्रवार को लोगों को जरूरी सामान खरीदने के लिए कर्फ्यू में दो घंटे की ढील दी गई थी.

कर्फ्यू में शुक्रवार सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक ये ढील दी गई थी. बता दें कि 10 अप्रैल को रामनवमी के जुलूस के दौरान लोगों के दो समूहों ने एक-दूसरे पर पथराव किया था, जिसमें कई पुलिसकर्मी और आम लोग घायल हो गए थे.

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