कांग्रेस ने लगाया आरोप- शिवराज लुटाने जा रहे 100 करोड़ रुपये

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी भी लिखी है और आयोजन में होने जा रहे खर्चों के बारे में सवाल पूछा है.

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शिवराज सिंह चौहान शिवराज सिंह चौहान

रवीश पाल सिंह

  • भोपाल,
  • 27 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 3:00 AM IST

अपने मुख्यमंत्री काल की ग्यारहवीं सालगिरह मनाने जा रहे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाते हुए कई सवाल खड़े किए हैं. एमपी कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने आरोप लगाए हैं कि प्रदेश डेढ़ लाख करोड़ रुपये का कर्जदार है, लेकिन इसके बावजूद सरकार भोपाल के जंबूरी मैदान में भव्य कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री कार्यकाल 11 साल पूरे होने पर शिवराज सिंह चौहान जो कार्यक्रम करने जा रहे हैं उसमें लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिट्ठी भी लिखी है और आयोजन में होने जा रहे खर्चों के बारे में सवाल पूछा है. यादव ने पूछा है कि 11 साल के मुख्यमंत्री कार्यकाल के मौके पर आप राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान पर बड़ा जलसा करने जा रहे हैं, जिसमें सात लाख से ज्यादा लोगों को सरकारी खर्च पर भोपाल लाया जा रहा है. इसके अलावा इतने सारे लोगों को दो वक्त का खाना भी खिलाया जाएगा. सरकार की उपलब्धियों को दिखाने के लिए जिला मुख्यालयों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी. अरुण यादव ने इसके बाद आरोप लगाते हुए शिवराज सिंह चौहान को लिखा है कि इस आयोजन में एक ही दिन में करीब 100 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे जो जनता की कमाई की लूट है.

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अरुण यादव ने शिवराज सिंह चौहान से 7 सवाल पूछे हैं...

- मध्य प्रदेश डेढ़ लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के कर्ज में है, ऐसे में क्या आयोजन सादगी से नहीं किया जा सकता है?

- क्या जलसे पर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि फूंकना उचित है?

- नोटबंदी की वजह से ग्रामीण जनता, किसान और आम जनता परेशान है. क्या यही राशि उसके जख्मों पर मरहम लगाने के लिये खर्च नहीं की जा सकती है?

- जलसा सरकारी खर्च पर ही क्यों आयोजित किया जा रहा है?

- पार्टी फंड से इस तरह के आयोजन क्यों नहीं किए जाते?

- क्या जलसे पर होने वाले खर्च का हिसाब पीएम मोदी और वित्तमंत्री अरुण जेटली की सलाह के मुताबिक यानि कैशलेस ट्रांसेक्शन से करेंगे?

- क्या आयोजन पर होने वाले खर्चे का ब्यौरा विधानसभा के सामने रखने की हिम्मत दिखाएंगे?

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