मध्य प्रदेश में गुटबाजी शुरू से ही कांग्रेस की पहचान रही है. कई बार सार्वजनिक रूप से इसकी तस्वीर भी दिख जाती है. गुरुवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ जब प्रदेश बंद की तैयारियों को लेकर बुलाई गई बैठक में ही कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हंगामा हो गया और लोग आपस में मारपीट कर बैठे.
मध्य प्रदेश में पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की कीमतों में हो रही बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस द्वारा 20 फरवरी को बुलाए गए प्रदेश बंद की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में जमकर हंगामा और मारपीट हो गई.
हंगामा इस कदर बढ़ा कि कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई. बैठक में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा भी मौजूद थे. उनके सामने ही कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. मंच से नेता लगातार शांति की अपील कर रहे थे और नेता गुत्थमगुत्था हो रहे थे.
हंगामा और मारपीट के बाद आजतक से बात करते हुए पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ता 20 तारीख को बुलाए गए प्रदेश बंद को लेकर जो इलाके बांटे जा रहे थे, उसे लेकर आपस में उलझ गए, लेकिन बाद में समझाने पर वे शांत भी हो गए.
कांग्रेस कार्यालय में नेताओं के सामने कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. मध्य प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा है कि 'देश के सबसे पुराने राजनैतिक दल का @INCMP मुख्यालय में संस्कारी व्यवहार.'
प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की बेतहाशा बढ़ती कीमतों के विरोध में मध्य प्रदेश कांग्रेस ने 20 फरवरी को पूरे राज्य में आधे दिन के बंद का ऐलान किया है. इसी बंद के लिए कांग्रेस के नेता अलग-अलग इलाकों में जाकर व्यापारियों से कांग्रेस के बंद को समर्थन देने की अपील भी कर रहे हैं और इसी को लेकर यह बैठक बुलाई गई थी.
रवीश पाल सिंह