रामगढ़ के गोला इलाके में विस्थापन को लेकर सोमवार को पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प हुई. इस दौरान फायरिंग में चार ग्रामीणों की मौत की खबर है, जबकि पांच अन्य बुरी तरह घायल हैं.
स्थानीय लोग इनलैंड पावर फैक्टरी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे. बाद में ये प्रदर्शन हिंसक भीड़ में तब्दील हो गया. पुलिस के द्वारा गोली चलाए जाने के बाद पूरे इलाके में तनाव का महौल है. गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने भी सीओ की गाड़ी में आग लगा दी.
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
झड़प, गोलीबारी और आगजनी के बाद पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पुलिस कमिश्नर और DIG को जांच के आदेश दिए हैं और एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है.
गौरतलब है कि रामगढ़ के गोला में आईपीएल यानी इनलैंड पावर प्लांट है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, पावर प्लांट में ग्रामीण आंदोलन कर रहे थे. इसी बीच पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. देखते ही देखते दोनों ओर से पथराव होने लगा. हालात बिगड़ते देख पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमें ग्रामीण दशरथ नायक समेत चार की मौत हो गई. इलाके में धारा-144 लागू है.
गोलीबारी के बाद उग्र ग्रामीण सड़क पर उतर आए. लोगों ने रांची-बोकारो मेन रोड को जाम कर दिया है. उन्हें समझाने पहुंचे सीओ को बंधक बना लिया और उनकी गाड़ी में आग लगा दी. हालांकि बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंच सीओ को मुक्त करवाया.
धरमबीर सिन्हा