महाराष्ट्र और बिहार के बाद अब झारखंड में भी सियासी संकट जारी है. हेमंत सोरेन की सीएम की कुर्सी जाने की संभावना के बीच महागठबंधन अपने विधायकों को हॉर्स ट्रेडिंग (खरीद-फरोख्त) से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है. इसके लिए विधायकों को एकजुट करके साथ में रखा जा रहा है. इस बीच बताया जा रहा है कि महागठबंधन के विधायकों को आज मंगलवार शाम 4:30 बजे रांची से रायपुर ले जाने की तैयारी की जा रही है. इन्हें एक विशेष चार्टर विमान के जरिए बिरसा मुंडा एयरपोर्ट ले जाया जाएगा. यह विमान सेवा इंडिगो की 320 एयरबस है, जिसे कांग्रेस कमेटी के नाम से बुक कराया गया है. बता दें कि झारखंड के इस महागठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी झामुमो के 30, कांग्रेस के 18 और राजद के एक विधायक हैं. वहीं मुख्य विपक्षी दल भाजपा के सदन में 26 विधायक हैं.
हेमंत सोरेन की कुर्सी पर खतरा
बता दें कि हेमंत सोरेन की मुख्यमंत्री की कुर्सी जा सकती है, जिसके बाद विधायकों की बैठक कई बार बुलाई जा चुकी है. खनन पट्टे के मामले में चुनाव आयोग ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट झारखंड के राज्यपाल को भेज दी है. इसमें मुख्यमंत्री हेमंत को विधायक पद के लिए अयोग्य ठहराया है. यानी उनकी विधायकी रद्द करने की सिफारिश की है.अगर हेमंत की विधायकी रद्द करने की सिफारिश पर राज्यपाल की मुहर लगती है तो झामुमो की सरकार गिर जाएगी. ऐसे में पार्टी को नया नेता सदन चुनना पड़ेगा.
गठबंधन बना रहा है फुल प्रूफ प्लान
बताते चलें कि हेमंत सोरेन की सीएम की कुर्सी जाने की संभावना के बीच विधायकों को बचाने की तैयारी की जा रही है. इन विधायकों को बड़े ही कूटनीतिक तरीके से संभालने की रणनीति है. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अगर फ्लोर टेस्ट की स्थिति बनती है तो उससे निपटने का गठबंधन के पास एक फुल प्रूफ प्लान होना जरूरी है. यही वजह है कि ऐसे हालात में पहले गठबंधन के विधायकों को व्हिप जारी किया जाएगा, उसके बाद बहुमत साबित करने की तैयारी की जाएगी. कांग्रेस ने भी राज्य में किसी भी तरह की होर्स ट्रेडिंग से बचने के लिए अपने तीन विधायकों को सस्पेंड कर दिया था. एक सितंबर तक उन सभी विधायकों को जवाब देने के लिए कहा गया था. अगर उन तीनों विधायकों ने फ्लोर टेस्ट में महागठबंधन के पक्ष में वोट नहीं दिया तो उनकी विधायकी चली जाएगी.
पिकनिक मनाने गए थे विधायक
इस सियासी घमासान के बीच 27 अगस्त को झामुमो गठबंधन सरकार के विधायक पिकनिक मनाने के लिए रांची से खूंटी जिले के लतरातू डैम पर पहुंचे थे. इन विधायकों के साथ खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद थे. सभी लोग दोपहर 2.30 बजे तीन लग्जरी बसों से निकले थे और शाम को 8.30 बजे वापस रांची लौट आए थे. कहा जा रहा था कि सियासी तनाव को दूर करने के लिए हेमंत ने विधायकों के साथ ये ट्रिप बनाई थी.
अशोक सिंघल