झारखंड के जमशेदपुर शहर में रहने वाले एक युवक फिलीपींस की राजधानी मनीला में अराजक तत्वों ने गोली मारकर हत्या कर दी. बदमाशों की गोलीबारी के तत्काल बाद युवक के मामा ने उसे मनीला के एक अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. फिलीपींस और भारत के बीच सीधी हवाई सेवा न होने की वजह से अब युवक की लाश को भारत लाने में पेचीदगी सामने आ रही है.
युवक मानगो गुरुद्वारा बस्ती का निवासी है. उसके पिता सरदार दयाल सिंह है. मृतक का नाम तरनप्रीत सिंह और सैमी है. 34 वर्षीय सैमी की हत्या फिलीपींस में स्थानीय समय के अनुसार करीब 12 बजे बदमाशों ने की. घायल होने के तत्काल बाद युवक के मामा सरदार कुलदीप सिंह ने अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.
भारत के साथ सीधी हवाई सेवा न होने से परिजन बेटे की लाश तक नहीं देख पा रहे हैं. भारत सरकार के हस्तक्षेप के बिना लाश को लाना संभव भी होता नहीं दिख रहा है. अगर भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और फिलीपींस के राजदूत इस केस को गंभीरता से लें तो बुजुर्ग माता-पिता अपने बेटे का आंतिम दर्शन कर सकते हैं.
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क्यों हुई तरनप्रीत की हत्या?
तरनप्रीत सिंह झारखंड सिख विकास मंच के केंद्रीय अध्यक्ष और जेडीयू के पूर्व जिला अध्यक्ष गुरदीप सिंह पप्पू का भांजा है. मनीला में तरनप्रीत सिंह ने अपना रेंस्त्रा खोला था. ग्राहकर बनकर दुकान पर आए दो युवकों ने आईसक्रीम खरीदने का मन बनाया और पिस्तौल निकाल ली. जैसे ही माहौल गर्म होने की आशंका तरनप्रीत को हुई, वह वहां से भाग गया.
हत्यारों ने युवक को दौड़ाकर गोली मार दी. बदमाशों ने तरनप्रीत के सिर में सटाकर 2 गोली मारी, वहीं सीने में भी 2 गोलियां दाग दीं. पीड़ित परिवार ने सरकार से अपील की है कि वे लाश को भारत लाने में मदद करें. उनकी यह भी मांग है कि फिलीपींस के स्थानीय कानून के हिसाब से दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले.
अनूप सिन्हा