रांची में सोमवार को झारखंड विकास मोर्चा के कार्यक्रम में बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने झारखंड सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने जहां शराबबंदी मसले पर झारखंड सरकार के बयान पर चुटकी ली, वहीं असम चुनाव परिणाम पर बीजेपी की प्रतिक्रिया को भी आड़े हाथों लिया. शराबबंदी पर नीतीश कुमार ने रघुवर सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा, 'शराबबंदी के लिए बिहार न सही गुजरात मॉडल ही अपनाएं.'
झारखंड विकास मोर्चा के महाधिवेशन में पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी लगातार तीसरी बार अध्यक्ष चुने गए. पार्टी के किसी अन्य नेता ने इस पद के लिए नामांकन नहीं किया. इसलिए बाबूलाल निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए हैं.
नीतीश ने उठाया शराबबंदी का मुद्दा
झारखंड विकास मोर्चा के महाधिवेशन के मौके पर नीतीश कुमार ने एक बार फिर शराबबंदी पर झारखंड सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास से झारखंड-बिहार बॉर्डर पर शराबबंदी पर सहयोग के लिए चिट्ठी लिखी थी, लेकिन झारखंड सरकार ने शराबबंदी पर सहयोग देने के बजाय बॉर्डर इलाके में अपने कोटे बढ़ा दिए. बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा, 'बीजेपी सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करती है और जुमला कहने में माहिर है. बिहार में जंगल राज की बात की जाती है, लेकिन जिस तरह सीवान और गया में सख्ती बरती गई, ये दूसरे राज्यों में नहीं देखी जाती.'
बीजेपी शासित राज्यों में लागू हो शराबबंदी
नीतीश कुमार ने जोर देते हुए एक बार फिर दोहराया की शराबबंदी के बाद तो ना सिर्फ दुर्घटनाएं कम हो रही हैं, बल्कि गांव में भी अमन और चैन है, क्राइम ग्राफ गिर रहा है. नीतीश ने कहा कि वह प्रधानमंत्री से कहेंगे कि अपने बीजेपी राज्यों में शराबबंदी लागू करें. खास तौर पर झारखंड में, क्योंकि यहां गरीब तबका और आदिवासियों के घर शराब से तबाह हो रहे हैं.इस मौके पर नीतीश कुमार ने बाबूलाल मरांडी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि झारखंड का भला बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व से ही होगा.
अंजलि कर्मकार