सोनमर्ग टनल के पास आठ महीने पहले आतंका हुआ था. इस हमले में गैर-स्थानीय लोगों को निशाना बनाया गया था. एक चश्मदीद सुरक्षा गार्ड ने बताया कि 'पहले पटाखों जैसी आवाज आई, बाद में गोलियों की आवाज सुनाई दी'. रिपोर्ट के अनुसार, आतंकी घने जंगल और पहाड़ी इलाके का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे.