पर्यटकों पर हुए दुखद हमले की कड़ी निंदा करते हुए, इसे एक बड़ी इंटेलिजेंस विफलता और सुरक्षा चूक बताया गया है. घटना के पीड़ितों के परिवारों के हवाले से कहा गया, "न केवल इन्टेलिजेन्स फेल्यूर हुआ है बल्कि समय होते हुए जो कार्यवाही होनी चाहिए थी, जो सैनिक फौज या मेडिकल मदद होनी चाहिए थी वो भी नहीं दे पाए हैं."