लश्कर ने की कश्मीरी पंडित सरपंच की हत्या, राहुल बोले- हिंसा की जीत नहीं हो सकती

पुलिस ने बताया कि सरपंच अजय पंडिता के घर के पास ही आतंकियों ने उनपर गोली चलाई. उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उनकी मौत हो गई. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.

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आतंकियों की तलाश में जुटे सुरक्षाबल (प्रतीकात्मक फोटो) आतंकियों की तलाश में जुटे सुरक्षाबल (प्रतीकात्मक फोटो)

अशरफ वानी

  • श्रीनगर,
  • 08 जून 2020,
  • अपडेटेड 12:32 AM IST

  • द रेजिस्टेंस फ्रंट ने हत्या की ली जिम्मेदारी
  • लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है संगठन
जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकियों ने सोमवार को कश्मीरी पंडित सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी. लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने शाम छह बजे अनंतनाग जिले के लरकीपुरा इलाके के सरपंच और कांग्रेस के सदस्य अजय पंडित की उनके गांव में हत्या कर दी. उन्होंने कहा कि पंडित को अस्पताल पहुंचाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.

पुलिस ने बताया कि सरपंच अजय पंडिता के घर के पास ही आतंकियों ने उनपर गोली चलाई. उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उनकी मौत हो गई. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. साथ ही इलाके की घेराबंदी कर आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

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वहीं पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरपंच की हत्या पर अपनी संवेदना जाहिर करते हुए कहा कि अजय पंडिता ने कश्मीर में लोकतांत्रित व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपनी जान दे दी. इस दुख की घड़ी में मैं उनके परिवार और दोस्तों के साथ खड़ा हूं. हिंसा की कभी जीत नहीं हो सकती.

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के ट्विटर हैंडल से उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने इस घटना पर दुख जाहिर करते हुए लिखा है कि इस दौर में राजनीतिक कार्यकर्ताओं की स्थिति बदतर हो गई है. एक तरफ सरकार के एक्शन का डर है तो दूसरी तरफ आतंकियों का.

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इल्तिजा मुफ्ती ने महबूबा मुफ्ती के ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'दिल दहला देने वाली खबर. मृतक परिवार के लिए संवेदना प्रकट करती हूं. कश्मीर में राजनीतिक स्पेस का खत्म होना पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए खतरनाक साबित हो रहा है. वे दोनों तरफ से फंस गए हैं. एक तरफ प्रतिशोधी सरकार है जो उनपर दंडात्मक कार्रवाई कर रही है और दूसरी तरफ आतंकी.

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