जम्मू-कश्मीर में सोमवार को एक घायल शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसके सिर में पत्थर लगने के कारण चोट आई है. इस शख्स की पहचान मोहम्मद यासीन भट्ट (30) के तौर पर हुई है. वह पुलवामा का रहने वाला है. उसे श्रीनगर के श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल में एडमिट कराया गया है, जहां उसका इलाज किया जा रहा है.
घाटी में हालात सामान्य बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है. लेकिन कुछ जगहों पर सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आई हैं. हालांकि प्रशासन लगातार कह रहा है कि जम्मू-कश्मीर में हालात नियंत्रण में हैं. पिछले दिनों पत्थरबाजी के कारण एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई थी.
अनंतनाग जिले के बिजबेहरा शहर में पत्थरबाजी में 42 साल के ट्रक ड्राइवर नूर मोहम्मद डार घायल हो गए थे.अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया था. वह परिवार में कमाने वाले इकलौते शख्स थे. उनकी मौत से परिवार सदमे में है. उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें दो बेटियां और एक बेटा है. उनका सबसे बड़ा बेटा अदिल नूर है, जो 9 साल का है.
उनकी पत्नी ने कहा, 'वह परिवार में कमाने वाले इकलौते शख्स थे. पत्थरबाजी के दौरान मौत के कारण परिवार के आगे मुश्किलों का पहाड़ खड़ा हो गया है. हमारा हंसता-खेलता परिवार था. बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. लेकिन अब सब कुछ तहस-नहस हो गया.' नूर मोहम्मद उरनहॉल इलाके के रहने वाले थे. वह घर लौट रहे थे, तभी पत्थरबाजों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक नूर मोहम्मद ट्रक में बैठे थे. अचानक एक पत्थर कांच तोड़ते हुए आया और उनके सिर में लगा. उन्हें भिजभेरा अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें शेर-ए-कश्मीर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में रेफर किया गया. लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया. इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. घाटी में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद घाटी में ज्यादातर इलाकों में शांति है. सरकार ने लद्दाख को जम्मू-कश्मी से अलग कर दिया है और दोनों को केंद्र शासित राज्य बनाने का फैसला किया है.
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