जम्मू-कश्मीर: आतंकी हमलों के बाद सुरक्षाबलों का एक्शन तेज, हिरासत में लिए गए 570 लोग

Jammu Kashmir target killing tense: एक हफ्ते में 5 आम नागरिकों की हत्या की वारदात सामने आने के बाद घाटी में कार्रवाई तेज कर दी गई है. पूरे कश्मीर में 570 लोगों को हिरासत में लिया गया है.

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कश्मीर में टारगेट किलिंग के मामले सामने आने के बाद बड़ी कार्रवाई की गई है. (सांकेतिक तस्वीर) कश्मीर में टारगेट किलिंग के मामले सामने आने के बाद बड़ी कार्रवाई की गई है. (सांकेतिक तस्वीर)

कमलजीत संधू

  • नई दिल्ली,
  • 10 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 9:30 AM IST
  • सप्ताह भर में 5 आम लोगों की हत्या
  • टारगेट किलिंग से अल्पसंख्यकों में भय

जम्मू-कश्मीर में अल्पसंख्यकों पर आतंकी हमले के मामले सामने आने के बाद सुरक्षाबलों ने बड़ी कार्रवाई की है. घाटी में कुछ पत्थरबाजों और भारत विरोधी तत्वों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है. बताया जा रहा है कि लगभग 70 युवाओं को श्रीनगर में हिरासत में लिया गया है. एक हफ्ते में 5 आम नागरिकों की हत्या की वारदात सामने आने के बाद घाटी में कार्रवाई तेज कर दी गई है. पूरे कश्मीर में 570 लोगों को हिरासत में लिया गया है.

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बता दें कि प्रदेश में एक सप्ताह में 5 निर्दोष नागरिकों को 'लक्ष्य बनाकर हत्या' किए जाने के बाद दिल्ली से लेकर श्रीनगर तक सनसनी मची हुई है. जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात की तो गृह मंत्रालय ने देश की सुरक्षा एजेंसियों के टॉप एक्सपर्ट को कश्मीर भेज दिया है. इसी बीच सीआरपीएफ पर भी एक आम नागरिक की जान लेने का आरोप लगा है. 

बड़े अभियान की तैयारी

सूत्रों ने आजतक को बताया कि आतंकवादियों के खिलाफ ताजा अभियान शुरू होने की संभावना है. यूं तो आतंकियों के खिलाफ नियमित अभियान COVID लहर के दौरान भी जारी रहा, लेकिन अब निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वालों के खिलाफ एक बड़ा हमला शुरू होने की उम्मीद है.

इस साल कश्मीर में 25 नागरिकों की हुई हत्या

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आंकड़ों के मुताबिक, इस साल कश्मीर में कम-से-कम 25 नागरिक मारे गए. इन 25 में से तीन गैर-स्थानीय थे, दो कश्मीरी पंडित थे और 18 मुसलमान थे. सबसे ज्यादा हमले श्रीनगर में हुए, जहां पर 10 ऐसी घटनाएं हुईं. इसके बाद पुलवामा और अनंतनाग में चार-चार घटनाएं हुई हैं. इनपुट्स से पता चल रहा है कि अल्पसंख्यक दहशत की स्थिति में हैं और कुछ 50-60 गैर-प्रवासी कश्मीरी पंडित परिवारों के अगले 24 घंटों में दक्षिण कश्मीर से जम्मू जाने की संभावना है. सूत्रों ने कहा कि इनमें से ज्यादातर परिवारों के पास जम्मू में आवास हैं.

 

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