जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. इसको लेकर खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है, जिसके मुताबिक, आतंकियों के निशाने पर पॉलिटिशियन, गैर-स्थानीय और रिटायर्ड सर्विस मैन हैं.
आजतक के पास मौजूद खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, लश्कर का एक लोकल आतंकी और दो पाकिस्तानी आतंकियों की मूवमेंट जम्मू कश्मीर के बारामूला इलाके में ट्रैक की गई है. तीनों आतंकियों की मूवमेंट 27 अक्टूबर को भी ट्रैक की गई थी. खुफिया अलर्ट के मुताबिक, लश्कर के इन आतंकियों के निशाने पर, नेता, जम्मू कश्मीर के बाहर के रहने वाले लोग और एक्स सर्विस मैन हैं.
हमला करने के लिए आतंकी हैंड ग्रेनेड या IED का इस्तेमाल कर सकते हैं. खुफिया अलर्ट में सभी एजेंसियों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है. आजतक से बातचीत में जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि टीआरएफ जो कि पाकिस्तान के संगठन लश्कर का ही आउटफीट है. वो अलग-अलग समय पर कश्मीर फाइट के हवाले से कुछ न कुछ धमकी देता है.
अभी इस तरह की ताजा धमकी परसों से सर्कुलेशन में है जिसमें इस तरह की बातें कहीं गई हैं कि पुलिस को खासतौर पर बड़े पैमाने पर टारगेट किया जाए. उसके अलावा वो लोग जो सरकार के साथ अलग-अलग पॉजिटिव एक्टिविटी में शामिल हैं, उसमें पॉलिटीशियन भी शामिल हैं. इस तरह की धमकियां ये पहली बार नहीं हैं ये आती रहती हैं.
आतंकियों के खिलाफ एक्शन जारी
पाकिस्तान की ओर से ऐसी नापाक हरकतें होती रहती हैं. जो लोग इस तरह की धमकी देते हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है, जो इसके साथ जुड़ते हैं, चाहे लोकल या फिर ओजीडब्ल्यू या दहशतगर्द. उनके खिलाफ ये एक्शन जारी रहेगा. अगर कोई नॉन लोकल, पॉलिटीशियन को टारगेट करने की कोशिश करेगा, जो नापाक इरादे हैं, घटिया करतूतें वो कामयाब नहीं होंगे, जम्मू कश्मीर पुलिस पूरी तरह से तैयार है.
अरविंद ओझा