J-K: जगल में मवेशी चराने गए गांव रक्षक दल के दो सदस्यों का शव मिला, कश्मीर टाइगर्स ने ली हत्या की जिम्मेदारी

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में आतंकवादियों के हमले में जान गंवाने वाले दो ग्राम रक्षा रक्षकों (VDG) के शव शुक्रवार को तलाशी अभियान के दौरान एक नाले के पास से बरामद किए गए. अधिकारियों ने बताया कि हत्या के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने के लिए किश्तवाड़ में बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा है. 

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जगल में मवेशी चराने गए गांव रक्षक दल के दो सदस्यों का शव मिला जगल में मवेशी चराने गए गांव रक्षक दल के दो सदस्यों का शव मिला

मीर फरीद

  • श्रीनगर,
  • 08 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 7:39 PM IST

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में आतंकवादियों के हमले में जान गंवाने वाले दो ग्राम रक्षा रक्षकों (VDG) के शव शुक्रवार को तलाशी अभियान के दौरान एक नाले के पास से बरामद किए गए. अधिकारियों ने बताया कि हत्या के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने के लिए किश्तवाड़ में बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान भी चलाया जा रहा है. 

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अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार को किश्तवाड़ जिले के ऊंचे इलाकों में अपहरण के बाद आतंकवादियों ने दो वीडीजी की हत्या कर दी. उनके शव केशवान बेल्ट के पोंडगवारी इलाके में एक नाले के पास पड़े मिले. अधिकारियों ने बताया कि सेना और विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने शवों का पता लगाने के बाद उन्हें बरामद करने के लिए सावधानीपूर्वक अभियान चलाया. उन्होंने बताया कि शवों को जिले में मृतकों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है. पुलिस, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की ओर से घने जंगल में संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया गया है. 

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, कांग्रेस और भाजपा के नेताओं ने इस हमले की निंदा की है. अधिकारियों ने बताया कि अभियान कुंतवाड़ा, ओहली और मुंजला धार पहाड़ी इलाकों में केंद्रित है. आज सुबह अतिरिक्त बल भेजा गया. उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से अभियान तेज कर दिए हैं. आज सुबह एक हेलीकॉप्टर जंगल के ऊपर मंडराता हुआ देखा गया.

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मवेशी चराते समय लापता हो गए थे
पुलिस प्रवक्ता ने बताया, 'ओहली-कुंटवाड़ा के दो वीडीजी सदस्य नजीर अहमद और कुलदीप कुमार मवेशी चराते समय ऊपरी इलाकों में लापता हो गए.' प्रवक्ता ने बताया कि बाद में उनके शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर हुईं और परिवार के सदस्यों ने उनकी पहचान की पुष्टि की.

अधिकारियों ने बताया कि अहमद और कुमार अधवारी के मुंजला धार जंगल में मवेशी चराने गए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे. आतंकवादियों द्वारा उनके अपहरण और उसके बाद हत्या की खबरों के बीच पुलिस की टीमें उन्हें खोजने के लिए जुट गईं. कुमार के भाई पृथ्वी ने बताया कि मेरे भाई और नजीर को आतंकवादियों ने अगवा कर लिया और उनकी हत्या कर दी. वे गांव के रक्षा रक्षक थे और हमेशा की तरह मवेशी चराने गए थे. 

उन्होंने कहा कि परिवार गहरे सदमे में है क्योंकि कुमार की हत्या उनके पिता अमर चंद की हत्या के एक सप्ताह बाद ही हुई है. नाम न बताने की शर्त पर एक स्थानीय सूत्र ने बताया कि गांव के लोगों को हत्याओं के बारे में तब पता चला जब आतंकवादियों ने पीड़ितों के फोन का इस्तेमाल करके उनकी हत्या की तस्वीरें साझा कीं. पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद की शाखा कश्मीर टाइगर्स ने हत्याओं की जिम्मेदारी ली और पीड़ितों की आंखों पर पट्टी बंधी तस्वीरें साझा कीं.

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