श्रीनगर: आतंकी हमले में ASI शहीद, 2 साल पहले एनकाउंटर में हुई थी बेटे की मौत

जम्मू-कश्मीर पुलिस के सहायक उप निरीक्षक मुश्ताक अहमद श्रीनगर के लालबाजार इलाके में तैनात थे. उन्होंने कुलगाम में अपने घर पर ईद मनाने के कुछ घंटे बाद ही फिर से ड्यूटी शुरू कर दी थी. यहां हुए आतंकी हमले में उनकी जान चली गई.

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मुश्ताक अहमद के जनाजे में कई पुलिसकर्मी शामिल हुए. मुश्ताक अहमद के जनाजे में कई पुलिसकर्मी शामिल हुए.

अशरफ वानी

  • श्रीनगर,
  • 13 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 4:25 PM IST
  • श्रीनगर के लाल बाजार में हुआ था आतंकी हमला
  • इस्लामिक स्टेट्स हिंद प्रांत ने ली थी हमले की जिम्मेदारी

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हुए आतंकी हमले में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गए. उनके बेटे की भी 2 साल पहले एक एनकाउंटर के दौरान मौत हो चुकी है. हमले में शहीद ASI को उनके गांव में दफनाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. 

जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर पुलिस के सहायक उप निरीक्षक मुश्ताक अहमद श्रीनगर के लालबाजार इलाके में तैनात थे. उन्होंने कुलगाम में अपने घर पर ईद मनाने के कुछ घंटे बाद ही फिर से ड्यूटी शुरू कर दी थी. यहां हुए आतंकी हमले में उनकी जान चली गई. 

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मुस्ताक लालबाजार में ईद की भीड़ का प्रबंधन करने वाले पुलिस के छोटे ग्रुप के साथ थे. इस दौरान ही दो आतंकियों ने पुलिस पार्टी पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी और इसे अपने कैमरे में कैद कर लिया.

इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट्स हिंद प्रांत (विलायत अल-हिंद) ने ली. संगठन ने दावा किया कि उनके हमले में 4 पुलिसकर्मियों को नुकसान पहुंचा है. समूह ने हमले के बाद बरामद हथियार की तस्वीर भी साझा की. आतंकी संगठन ने बाद में एक वीडियो जारी किया, जिसमें हमलावरों को श्रीनगर में कश्मीर पुलिस पर गोलियां चलाते हुए दिखाया गया.

बता दें कि अप्रैल 2020 में एएसआई मुश्ताक के बेटे आकिब मुश्ताक की एनकाउंटर में मौत हो गई थी. आकिब ने बी टेक की पढ़ाई की थी. कुलगाम में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में उसकी मौत हो गई थी. सुरक्षा बलों ने आकिब को आतंकियों का सहयोगी बताया था.

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