सैलाब में बह गए लंगर और श्रद्धालुओं के टेंट... अमरनाथ गुफा के पास तबाही का मंजर, देखें Video

आईटीबीपी की ओर से बताया गया है कि शाम को जब तेज बारिश शुरू हो गई थी, उसके बाद हमने श्रद्धालुओं से अपील की थी कि वो अपने टेंट छोड़कर दूसरी जगहों पर चले जाएं. जैसे ही बादल फटा वहां मौजूद श्रद्धालुओं में हाहाकार मच गया.

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अमरनाथ में बादल फटा अमरनाथ में बादल फटा

अशरफ वानी / सुनील जी भट्ट

  • श्रीनगर,
  • 08 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 11:16 PM IST
  • अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से 15 की मौत
  • अमरनाथ गुफा के पास दहलाने वाला मंजर
  • देर रात NDRF और सेना की टीमें रेस्क्यू में जुटीं

अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार को तबाही का मंजर देखने को मिला. यहां शाम करीब साढ़े पांच अचानक बादल फटने के बाद भारी तबाही देखने को मिली. इस घटना में करीब 15 लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा अभी भी कई लोग लापता है. भारतीय सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें देर रात रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं. 

आईटीबीपी की ओर से बताया गया है कि शाम को जब तेज बारिश शुरू हो गई थी, उसके बाद हमने श्रद्धालुओं से अपील की थी कि वो अपने टेंट छोड़कर दूसरी जगहों पर चले जाएं. लेकिन जैसे ही बादल फटा वहां मौजूद श्रद्धालुओं में हाहाकार मच गया. बादल फटने के जो वीडियो सामने आए हैं, वो बहुत ही डरावने हैं. वीडियो में दिखाई देता है कि अमरनाथ गुफा के पास ही बहुत तेज पानी की धारा फूट गई है.  
 

वीडियो में देखा जा सकता है कि पवित्र गुफा के बगल से अचानक सैलाब आ गया. इसे देखकर वहां मौजूद श्रद्धालु भी खौफ में आ गए. हालांकि ये मलबा ऊपरी हिस्से में लगे टेंट के पास नहीं आया, लेकिन बाद में ये मलबा नीचे की ओर आया और इसमें कई टेंट बह गए. आईटीबीपी के पीआरओ ने भी बताया था कि पानी के तेज बहाव में बीच में लगे करीब 30-40 टेंट बह गए थे. राहत की बात ये है कि इन टेंटों में कम लोग थे क्योंकि आईटीबीपी की ओर से पहले ही लोगों को वहां से निकाल लिया गया था. 

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इसके साथ ही कुछ लोगों को आईटीबीपी के जवानों ने पानी की धारा आने के बाद वहां से हटाया. इसमें देखा जा सकता है कि पानी का बहाव कितना तेज है. इस दौरान देखा जा सकता है कि श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी का माहौल है. दरअसल जहां से ये पानी बह रहा है, यहां पहले टेंट और लंगर लगे हुए थे. लेकिन इस बादल फटने के बाद आए इस गादर में वो बह गए. 
 
वहीं अब रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान भारतीय सेना ने ले ली है. एनडीआरएफ, आईटीबीपी और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है. वहीं घटना से प्रभावित लोगों के रेस्क्यू के लिए भारतीय सेना की ओर से भी छह टीमें लगाई गई हैं. इसके अलावा रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर्स भी लगाए गए हैं. इनसे लोअर कैव के पास फंसे हुए घायल श्रद्धालुओं का रेस्क्यू कर उनका इलाज किया जा सकेगा.  
 
 

 
 
वहीं इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है. उन्होंने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से घटना की पूरी जानकारी ली. पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ही लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे समेत कई लोगों ने दुख जताया है. 
 
 

 

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