हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर में बुधवार दोपहर 12 बजे के करीब बड़ा हादसा हुआ. यहां पर लैंडस्लाइड होने के कारण यात्रियों से भरी हुई बस मलबे में दब गई. इस हादसे में 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई, जबकि 14 लोग बचाए गए हैं.
1- विजय कुमार (32), झोल, जिला हमीरपुर
2- वंशिका (2), गांव सपनी, किन्नौर
3- मीरा देवी (41), निचार, जिला किन्नौर
4- नितिशा, गांव सुंगरा, जिला किन्नौर
5- प्रेम कुमारी (42), गांव लेबरांग, जिला किन्नौर
6- ज्ञान दासी, गांव सपनी, जिला किन्नौर
7- राधिका (22), गांव काफनो, जिला किन्नौर
8- रोहित (24), तहसील रामपुर, जिला शिमला
9- कमलेश कुमार (34), गांव पिपुधार, सोलन
10- देवी चंद (53), गांव पलंगी, जिला किन्नौर
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सेना की मदद मांगी है. नेशनल हाइवे-5 पर जिस जगह तबाही का ये पहाड़ टूटा है, वहां से सतलुज नदी भी होकर गुजरती है, ऐसी भी आशंका जताई जा रही है कि कुछ गाड़ियां सतलुज नदी में ना जा गिरी हों.
10 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. देऱ शाम दिखी लापता बस तक अभी भी रेस्क्यू टीम नहीं पहुंच पाई है.
हादसे में मरने वाले 10 में से 9 लोगों की पहचान हो गई है. वहीं, खाई में दिखी बस तक रेस्क्यू टीम को पहुंचने में दो घंटे लग सकता है.
जिस बस के लापता होने की सूचना मिली थी वह अब दिखाई दे रही है. Earth mover machines के जरिए मलबा हटाया जा रहा है. इस बस में 25 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है. रेस्क्यू में 2 घंटे से अधिक का वक्त लग सकता है. रेस्क्यू में आईटीबीपी के 300 जवान लगे हैं.
ITBP के मुताबिक, किन्नौर के नुगुलसारी इलाके में भूस्खलन स्थल से कुल 10 शव बरामद किए गए हैं.अब तक 14 लोगों को बचा लिया गया है.
घटनास्थल पर लगातार पत्थर गिरने की वजह से समस्या ज्यादा हो गई है. बारिश और अंधेरे के बाद मुश्किल और बढ़ सकती है. हालांकि मौके पर ITBP के साथ एनडीआरएफ, स्टेट टीमें भी हैं.
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भूस्खलन स्थल से तीन और शव बरामद किए गए हैं. अब मरने वालों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है.
ITBP के मुताबिक, हादसे के वक्त रिकांग पियो-शिमला राजमार्ग पर 6 से 7 गाड़ियां 200 मीटर की दूरी के बीच मूव कर रही थीं, तभी अचानक पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया. इस वजह से वहां गाड़ियों को निकलने का मौका नहीं मिल पाया. करीब 6 गाड़ियां थीं, जिसमें 50 से 60 लोगों के होने की आशंका है. इसमें से 10 लोगों को बचा लिया गया है. एक डेडबॉडी खाई से मिली है.
लापता बस का ट्रेस नहीं मिल पाया है. ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है कि शायद बस खाई में गिर गई है. ITBP की टीम 300 फीट नीचे खाई में गई है और बस की तलाश जारी है. लगातार पत्थर गिरने की वजह से समस्या ज्यादा हो गई है. बारिश और अंधेरे के बाद मुश्किल और बढ़ सकती है.
ITBP के पीआरओ विवेक पांडे ने बताया कि पहाड़ से पत्थर बहुत तेजी से गिरते हुए आए थे. जहां हादसा हुआ है, ये 50 से 60 मीटर का स्लोप एरिया है जो नदी की तरफ जाता है. आज मौसम बिलकुल साफ था. ऐसे हादसे का अंदेशा नहीं था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात की है और किन्नौर हादसे की जानकारी ली है. पीएम मोदी की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया गया है. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस हादसे को लेकर बात की है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस हादसे पर बयान दिया है. मुख्यमंत्री का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, पुलिस और स्थानीय अधिकारियों को जल्द से जल्द बचाव कार्य करने के लिए कहा जा रहा है.
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बीते दिनों में कई बार लैंडस्लाइड की घटनाएं देखने को मिली हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ों से मलबा गिर रहा है, जिसके कारण कई हादसे देखने को मिले हैं.
अभी तक इस हादसे में बस ड्राइवर (Bus Driver) समेत 10 लोगों को बचाया जा चुका है. ड्राइवर के मुताबिक, कुछ वाहन लैंडस्लाइड के कारण सतलुज नदी में जा गिरीं हैं.
लापता लोगों के परिजनों के लिए किन्नौर पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर (1786222873) जारी किया है.
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के रिकांग पियो-शिमला राजमार्ग पर भूस्खलन के मलबे में फंसे हुए लोगों को आईटीबीपी के जवानों द्वारा बचाया जा रहा है. राज्य सरकार के मुताबिक, 10 लोगों को बचा लिया गया है और दो लोगों की मौत हो गई है. फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है. रेस्क्यू में आईटीबीपी के 300 जवान लगे हैं.
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर में बुधवार दोपहर 12 बजे के करीब बड़ा हादसा हुआ. यहां पर लैंडस्लाइड होने के कारण यात्रियों से भरी हुई बस मलबे में दब गई है. बस की तलाश जारी है. इसके अलावा कई और गाड़ियां भी मलबे की चपेट में हैं. अब तक 2 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 10 लोग बचाए गए हैं. बताया जा रहा है कि हादसे में 50 से 60 लोगों के फंसे होनी की आशंका है.