रेप-मर्डर का दोषी राम रहीम सुनारिया जेल लौटा, 40 दिन की पैरोल पर आया था बाहर

राम रहीम को दो साध्वियों से बलात्कार और पत्रकार राम चंद्र छत्रपति की हत्या के मामलों में कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी. वह 2017 से सुनारिया जेल में बंद है. विशेष सीबीआई अदालत ने उसे दो साध्वियों के साथ दुष्कर्म के लिए 20-20 वर्ष की सजा सुनाई थी, जबकि 2019 में छत्रपति हत्याकांड में भी उसे दोषी ठहराया गया.

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 राम रहीम 40 दिन की पैरोल खत्म होने के बाद वापस रोहतक की सुनारिया जेल पहुंचा. (File Photo: ITG) राम रहीम 40 दिन की पैरोल खत्म होने के बाद वापस रोहतक की सुनारिया जेल पहुंचा. (File Photo: ITG)

कमलजीत संधू

  • सिरसा,
  • 15 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 6:21 PM IST

सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सोमवार को अपनी 40 दिनों की पैरोल खत्म होने के बाद हरियाणा के रोहतक स्थित सुनारिया जेल लौट आया. दोपहर चार बजकर 55 मिनट पर भारी पुलिस सुरक्षा के बीच राम रहीम अपने सिरसा स्थित डेरा आश्रम की लग्जरी गाड़ियों के काफिले में जेल पहुंचा. जेल अधिकारियों ने तुरंत उसे हिरासत में ले लिया, जबकि बाहर भारी संख्या में अनुयायी जयकारे लगाते नजर आए. राम रहीम पिछले 8 साल में 17 बार से अधिक पैरोल और फरलो पर जेल से बाहर आ चुका है.

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राम रहीम को दो साध्वियों से बलात्कार और पत्रकार राम चंद्र छत्रपति की हत्या के मामलों में कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी. वह 2017 से सुनारिया जेल में बंद है. विशेष सीबीआई अदालत ने उसे दो साध्वियों के साथ दुष्कर्म के लिए 20-20 वर्ष की सजा सुनाई थी, जबकि 2019 में छत्रपति हत्याकांड में भी उसे दोषी ठहराया गया. इसके अलावा, 2020 में डेरा के पूर्व मैनेजर रंजीत सिंह की हत्या की साजिश में भी उसकी संलिप्तता साबित हुई.

यह भी पढ़ें: फिर 40 दिन के लिए जेल से बाहर आया रेप-मर्डर का दोषी राम रहीम, बार-बार कैसे मिल रही रिहाई?

इन अपराधों के बावजूद, राम रहीम को बार-बार पैरोल और फरलॉ मिलती रही है, जिसकी आलोचना विपक्षी दल और सामाजिक संगठन करते रहे हैं. इस बार मिली 40 दिनों की पैरोल हरियाणा सरकार द्वारा दी गई थी, जो जुलाई के अंत में शुरू हुई थी. इस दौरान राम रहीम ने सिरसा डेरा में समय बिताया, जहां उसने अनुयायियों से मुलाकात की और धार्मिक सभाओं में भाग लिया. डेरा समर्थकों का दावा है कि पैरोल के दौरान राम रहीम ने सामाजिक कार्यों जैसे रक्तदान शिविर और वृक्षारोपण अभियान का आयोजन किया. 

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हालांकि, आलोचकों का कहना है कि ये पैरोलें राजनीतिक दबाव में दी जाती हैं, खासकर चुनावी मौसम में. 2024 में ही उसे पांच बार पैरोल मिल चुकी है, जो कुल 326 दिनों के बराबर है. राम रहीम के जेल लौटने पर  सिरसा डेरा मुख्यालय पर सैकड़ों समर्थक जमा हो गए. सुरक्षा के मद्देनजर रोहतक-पानीपत हाईवे पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. जेल अधीक्षक ने बताया कि राम रहीम को सामान्य बैरक में ही रखा जाएगा, और उसकी सेहत पर नजर रखी जाएगी. 

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