शाह की रैली के लिए खट्टर ने मानी जाटों की सभी मांग, केस भी होंगे वापस

यशपाल ने कहा,  हमारी मांगे सरकार ने मान ली हैं. हमारा सरकार से समझौता हो गया है. इस लिए 15 फरवरी को जाट रैली स्थगित कर दी गई है. वहीं, 18 फरवरी को बलिदान दिवस मनाया जाएगा. इसे आंदोलने के दौरान मारे गए लोगों की याद में मनाया जाएगा.

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर

रणविजय सिंह / कुमार विक्रांत

  • चंडीगढ़,
  • 12 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 4:16 AM IST

हरियाणा में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की जींद रैली के विरोध पर अड़े जाटों को खट्टर सरकार ने मना लिया है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात के बाद जाट संगठन ने 15 फरवरी को जींद में होने वाली रैली को स्थगित कर दिया है. ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा, हमें सरकार ने विश्वास दिलाया है कि इसी सत्र में संसद में आरक्षण बिल पास होगा. इसके साथ ही आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मामले भी वापस लिए जाएंगे.

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यशपाल ने कहा,  हमारी मांगे सरकार ने मान ली हैं. हमारा सरकार से समझौता हो गया है. इस लिए 15 फरवरी को जाट रैली स्थगित कर दी गई है. वहीं, 18 फरवरी को बलिदान दिवस मनाया जाएगा. इसे आंदोलने के दौरान मारे गए लोगों की याद में मनाया जाएगा.

15 फरवरी को जींद में अमित शाह की रैली

बता दें, 15 फरवरी को जींद में जाटों की रैली के ऐलान के बाद से ही हरियाणा की बीजेपी सरकार की पेरशानी बढ़ गई थी. दरअसल, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी जींद में 15 फरवरी को ही रैली करने वाले थे. ऐसे में जींद रैली के विरोध पर अड़े जाटों से हरियाणा सरकार लगातार बात कर रही थी और उनकी रैली को स्थगित कराने की काशिशें भी तेज थीं.

खट्टर ने बातचीत के लिए किया था आमंत्रित

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इसी बीच शनिवार को मुख्यमंत्री खट्टर ने यशपाल मलिक को बातचीत के लिए आमंत्रित किया था. जिसके बाद मलिक के नेतृत्व में दिल्ली में जाट प्रतिनिधि दल ने मुख्यमंत्री खट्टर से मुलाकात की.  इस बैठक में केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल जैन भी शामिल थे. जाटों की रैली स्थगित होने के बाद अब हरियाणा सरकार को राहत मिली है. 

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