हरियाणा सरकार ने रद्द किए चाइनीज कंपनियों को मिले थर्मल पावर स्टेशन के ठेके

थर्मल प्लांट के लिए हरियाणा पावर जेनरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने बोलियां आमंत्रित की थीं. वहीं अब एनटीपीसी की तर्ज पर भारतीय कंपनियों को इन ठेकों के लिए प्राथमिकता मिलेगी.

Advertisement
सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई) सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई)

सतेंदर चौहान

  • चंडीगढ़,
  • 20 जून 2020,
  • अपडेटेड 12:53 AM IST

  • गलवान घटना के बाद चीन के प्रति आक्रोश
  • हरियाणा ने रद्द किए दो कंपनियों के ठेके

भारत-चीन सीमा पर 20 भारतीय जवानों की शहादत के बाद से ही चीन के प्रति देश में आक्रोश देखा जा रहा है. वहीं देश में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार की मांग भी जोर पकड़ रही है. इस बीच हरियाणा सरकार ने चाइनीज कंपनियों के ठेके रद्द करने का फैसला किया है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: दुष्प्रचार पर विदेश मंत्रालय का पलटवार, गलवान पर चीन का दावा सरासर गलत

हरियाणा में चाइनीज कंपनियों को मिले दो थर्मल पावर स्टेशन के ठेकों को रद्द कर दिया गया है. दरअसल, यमुनानगर और हिसार थर्मल प्लांट के लिए बीडिंग हुई थी. इसमें दो कंपनियों को दो थर्मल पावर स्टेशन के ठेके मिले थे. दोनों ही कंपनियां चाइनीज थीं. इसके बाद अब हरियाणा सरकार ने इन ठेकों को रद्द कर दिया है.

यह भी पढ़ें: क्या लद्दाख में भारत खो चुका है 5000 वर्ग किलोमीटर जमीन? कांग्रेस ने उठाए सवाल

थर्मल प्लांट के लिए हरियाणा पावर जेनरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने बोलियां आमंत्रित की थीं. वहीं अब एनटीपीसी की तर्ज पर भारतीय कंपनियों को इन ठेकों के लिए प्राथमिकता मिलेगी. हालांकि ये पहला मामला नहीं है जब चीनी कंपनियों को मिले ठेकों को रद्द किया गया हो.

Advertisement

चीन को सबक सिखाने की तैयारी

लद्दाख के गलवान घाटी में चीन की करतूत के बाद भारत अब उसे सबक सिखाने में जुट गया है. इससे पहले भारतीय रेलवे ने चीनी कंपनी से अपना एक करार खत्म कर दिया. भारतीय रेलवे के साथ 2016 में चीनी कंपनी से 471 करोड़ का करार हुआ था, जिसमें उसे 417 किलोमीटर लंबे रेल ट्रैक पर सिग्नल सिस्टम लगाना था. वहीं सरकार ने बीएसएनएल और एमटीएनएल समेत टेलीकॉम कंपनियों को निर्देश दिया था कि वो चीनी उपकरणों का इस्तेमाल कम से कम करें.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement