Gujarat: खेत में खेल रहे 6 साल के मासूम को उठा ले गया शेर, घटनास्थल से मासूम के मिले अवशेष

गुजरात के अमरेली जिले के थोरडी गांव में एक दर्दनाक घटना में शेर ने खेत मजदूर के 6 साल के बेटे को उठा लिया और मार डाला. बच्चा मध्य प्रदेश के प्रवासी मजदूर का बेटा था. बाद में वन विभाग ने शेर को ट्रैंकुलाइज कर पिंजरे में बंद किया. लगातार बढ़ते हमलों से किसान नाराज हैं.

Advertisement
शेर 6 साल के मासूम बच्चे को उठा ले गया शेर 6 साल के मासूम बच्चे को उठा ले गया

ब्रिजेश दोशी

  • अमरेली,
  • 26 जून 2025,
  • अपडेटेड 6:37 PM IST

गुजरात के अमरेली जिले के सावरकुंडला क्षेत्र के थोरडी गांव में शेर के हमले से गांव में दहशत फैल गई. खेत में काम कर रहे मजदूर हीराभाई के छह वर्षीय बेटे गुलसिंह अजनार को एक शेर उठा कर ले गया. जब तक कोई कुछ समझ पाता, शेर बच्चे को जंगल की तरफ ले जा चुका था. सूचना मिलते ही सावरकुंडला वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. टीम को घटनास्थल से केवल बच्चे की खोपड़ी जैसे अवशेष मिले.

Advertisement

मृतक बच्चे के परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है, पीड़ित पिता हीराभाई ने बताया कि दोपहर करीब ढाई बजे लड़के रोटी खाने जा रहे थे. तभी अचानक वहां शेर आया तो हम सब भागने लगे. शेर भी हमारे पीछे दौड़ा और एक लड़के को उठा ले गया.

6 साल की बच्ची को शेर उठा ले गया

वन विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शेर को नरभक्षी घोषित किया और उसे ट्रैंकुलाइज कर पिंजरे में डाल दिया. इस घटना के बाद क्षेत्र के किसानों और मजदूरों में गहरी नाराजगी है. स्थानीय किसान अशोक बरवालिया ने बताया कि घटना उस समय हुई जब मजदूर खेत में काम कर रहे थे और उनके बच्चे वहीं पास में खेल रहे थे. तभी शेर ने अचानक हमला किया.

गांव में डर और मातम का माहौल 

किसान नेता महेश चोडवाडिया ने कहा कि अमरेली जिले के कई गांवों में शेरों के हमले की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. जाफराबाद और घनश्यामनगर में भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि शेर हमारी शान हैं, लेकिन जब वे इंसानों पर हमला करने लगें तो यह चिंता की बात है. गांव में डर और मातम का माहौल है. मजदूर का परिवार बेहद दुखद स्थिति में है.

Advertisement

इस दर्दनाक घटना पर वन विभाग के अधिकारी शेत्रुंजी गिर ने बताया कि यह घटना कैसे हुई. इसका पता लगाने की कोशिश की जा रही है. स्थानीय लोगों से अपील है कि अगर शेरों की कोई गतिविधि हो तो तुरंत ही वन विभाग को सूचित करें. जहां बच्चे पर हमला किया था वहीं से शेर को ट्रेक किया गया और  ट्रैंक्विलाइज़र से बेहोश करके पिंजरे में कैद करके उसे रेस्क्यू  सेंटर भेज दिया गया.  

(रिपोर्ट-  फारूक कादरी)

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement