गुजरात विधानसभा के चुनाव को अभी एक साल का वक्त भी नही बचा है, वहीं गुजरात कांग्रेस में घमासान शुरू हो गया है. कांग्रस के दो सांसद और वरिष्ठ नेता शक्ति सिंह गोहिल के इस्तीफा देने के बाद डेमेज कंट्रोल के लिए प्रभारी गुरुदास कामत गुजरात पहुंचे और सभी नेताओं के साथ मीटिंग की. वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला के घर ये बैठक हुई.
कांग्रेस में जगी जीत की उम्मीद
दरअसल पिछले दिनों जिस तरह दो सांसद जगदीश ठाकोर ओर कुंवरजी बावलिया ने अपनी सभी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया था, तो वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने भी अपनी जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया था. तीनों के इस्तीफे कि वजह एक ही थी, गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी से नाराजगी. एक और जहां पाटीदार और दलितों के चलते बीजेपी बैकफुट पर आई हैं तो कांग्रेस को इस बार जहां जीत कि उम्मीद जगी है. ऐसे में कांग्रेस के नेताओं कि अंदरुनी लड़ाई कहीं इस उम्मीद को ना उम्मीद में तब्दील ना कर दे. इसी वजह से फायर फायटर कि भूमिका में प्रभारी गुरुदास कामत यहां पर पहुंचे.
तय हो मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार
कामत ने शंकर सिंह वाघेला, सिद्धार्थ पटेल, भरत सिंह सोलंकी, अर्जुन मोढवाडिया, शक्ति सिंह गोहील, जगदीश ठाकोर, कुंवरजी बावडिया के साथ मीटिंग कि और उनकी बात को सुना. बैठक में एक मांग ये भी खडी हुई कि पार्टी अभी से ही गुजरात में अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम घोषित करे, ताकि गुजरात के लोगों में आंदोलन के चलते जो ना उम्मीदी है उस में एक उम्मीद जग पाए. हालांकी गुरुदास कामत ने इस बात पर सस्पेंस बरकरार रखा, लेकिन नेताओं कि नाराजगी को लेकर कामत का कहना है कि वो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से इस मामले में सलाह मशविरा जरूर करेंगे.
गोपी घांघर