भूख हड़ताल से हार्दिक का वजन 20 किलो घटा, सरकार ने तोड़ी चुप्पी

पाटीदार नेता हार्दिक आंदोलन लंबे समय से पाटीदार समुदाय के लिए आरक्षण की मांग उठा रहे हैं. अब उनके आंदोलन में किसानों का कर्ज भी शामिल हो गया है. जिसे लेकर वो बेमियाद भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं और उनकी सेहत में लगातार गिरावट आ रही है.

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अनशन पर हार्दिक पटेल अनशन पर हार्दिक पटेल

जावेद अख़्तर / गोपी घांघर

  • अहमदाबाद,
  • 04 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 3:23 PM IST

पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के अनशन का आज 11वां दिन है. अबतक इस मसले पर खामोश गुजरात सरकार की तरफ से पहली बार प्रतिक्रिया आई है. सरकार ने हार्दिक की सेहत पर चिंता जताते हुए उनके आंदोलन को कांग्रेस से प्रेरित करार दिया.

हार्दिक पटेल पाटीदारों को आरक्षण और किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हुए हैं. मंगलवा को उनके अनशन का 11वां दिन हो गया है. गर्मी के बीच अनशन कर रहे हार्दिक के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आ रही है. उनका वजह 78 किलो से घटकर 58 रह गया है. हार्दिक की बिगड़ती तबियत के मद्देनजर सरकार ने उनके घर के बाहर आईसीयू व्हीकल रखा है, जहां डॉक्टरों की एक टीम 24 घंटे तैनात की गई है.  

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सरकार की प्रतिक्रिया

सरकार में उर्जा मंत्री सौरव पटेल ने हार्दिक के अनशन पर कहा कि उनके स्वास्थ्य को लेकर सरकार चिंतित है. उन्होंने कहा, 'हार्दिक डॉक्टर की सलाह लें और उनकी बात मानें.'

अनशन पर उठाए सवाल

सौरभ पटेल ने आंदोलन को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि ये कांग्रेस के जरिए शुरू किया गया आंदोलन है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस हार्दिक को सलाह देती है और अब भी कांग्रेस के लोग ही उनसे मिलने पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये लोग भाजपा, गुजरात और नरेन्द्र मोदी विरोधी हैं.

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