गुजरात: विधानसभा चुनाव में 30 विधायकों का पत्ता काटेगी BJP! प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल का इशारा

Gujarat Election 2022: गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी अगले चुनाव में 100 नए चेहरों को खड़ा करेगी. इसमें 30 विधायकों का भी टिकट कट सकता है.

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गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल. (फाइल फोटो) गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल. (फाइल फोटो)

गोपी घांघर

  • साबरकांठा,
  • 13 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 2:25 PM IST
  • विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी
  • 100 नए चेहरों को दिया जाएगा टिकट: प्रदेश अध्यक्ष

गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने बड़ा संकेत दिया है. इसमें इशारा किया गया है कि नो-रिपीट थ्योरी के हिसाब से पार्टी 100 नए लोगों को विधानसभा चुनाव में टिकट दे सकती है. इसमें जीतने वाले विधायकों का भी पत्ता कट सकता है.

गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने हिम्मतनगर पेज समिति के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 2022 में होने वाले गुजरात विधानसभा के चुनाव में बीजेपी 100 जीतने वाले विधायकों के साथ नो-रिपीट थ्योरी को अपनाते हुए टिकट काट सकती है.

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पाटिल ने कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि फिलहाल 182 सीटों में से 70 बीजेपी के पास नहीं हैं. इन 70 सीटों के साथ-साथ 30 मौजूदा विधायकों की जगह नए चेहरे के साथ चुनाव लड़ सकती है.

हमें 70 नये चेहरे ढूंढने हैं. इसके आलवा, कुछ वर्तमान विधायक भी सेवानिवृत होंगे. इस प्रकार कुल मिलाकर, 2022 में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए आप कम से कम 100 नये चेहरे देखेंगे.

नवसारी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद पाटिल

पाटिल बोले- कोई भी स्थाई नहीं, मैं भी नहीं

सीआर पाटिल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हिम्मतनगर के विधायक राजेन्द्र सिंह चावडा भी यहां स्थाई नहीं हैं. वह बोले कि बतौर सांसद मैं भी परमानेंट नहीं हूं.

पाटिल ने कहा कि किसी को इस बात को लेकर बुरा मानने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि कोई भी कार्यकर्ता टिकट की मांग कर सकता है, उन्हें ऐसा करना ही चाहिए. पाटील ने कहा कि संगठन में बिल्कुल नये चहरे को पार्टी ने स्थान दिया है. ऐसे में नये चहरे को भी चुनाव में मौका मिल सकता है.

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पाटिल ने कहा की टिकट देने से पहले पार्टी 5 से 6 अलग-अलग सर्वे कराती है और टिकट ऊपर के लेवल पर तय होती है. विधायक ने कितना काम किया है और कितना काम सही नहीं किया उसके आधार पर टिकट का फैसला लिया जाता है. बता दें कि बीजेपी ने हाल ही में नो-रिपीट थ्योरी पर मुख्यमंत्री विजय रुपानी समेत सभी मंत्रियों को बदल दिया है.

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