गुजरात की राजधानी अहमदाबाद के बोपल इलाके में ड्रेनेज लाइन की सफाई के लिए गटर में उतरे तीन कर्मियों की मौत हो गई. दरअसल, सबसे पहले एक मजदूर गटर साफ करने के लिए मेनहोल में उतरा था, जिसके बाद वह दम घुटने से बेहोश हो गया.
पहले शख्स के बेहोश होने के बाद उसके दो अन्य साथी मेनहोल में उसे बाहर निकालने के लिए उतरे, लेकिन इसी दौरान उन दोनों की उसमें मौत हो गई. पहले वाले की भी मेनहोल में ही जान चली गई. कुल तीन लोगों की मौत हो गई.
शहर के फायर ब्रिगेड के जरिए से उसी गटर से दो से तीन घंटे की मशक्कत के बाद तीनों को बाहर निकाला जा सका. गटर में उतरकर सफाई करने के दौरान कई और मौतों के मामले भी सामने आ चुके हैं.
कुछ महीनों पहले पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज इंडस्ट्रियल थाना इलाके में सीवर की सफाई के दौरान दो लोगों की जान चली गई थी. मरने वालों में 35 वर्षीय लोकेश और 40 वर्षीय प्रेमचंद थे.
दोनों की मृत्यु के बाद परिजनों ने आरोप लगाया था कि दोनों को जबरदस्ती सीवर में सफाई के लिए उतारा गया. दोनों टैंक की सफाई कर रहे थे, जिस दौरान वहां जहरीली गैस फैल गई. इसके चलते दोनों की मौत हो गई थी. पुलिस ने दोनों को अस्पताल में भी भर्ती करवाया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था.
गोपी घांघर