भावनगर शहर में एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां वन विभाग में सहायक वन संरक्षक के रूप में काम करने वाले अधिकारी शैलेश खांभला ने 7 नवंबर को अपनी पत्नी नयनाबेन, 13 साल की बेटी पृथ्वी और 9 साल के बेटे भव्य के लापता होने की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया था कि तीनों सूरत से गायब हो गए हैं.
शिकायत के बाद पुलिस लगातार उनकी तलाश कर रही थी, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला. इसी दौरान शैलेश ने पुलिस को यह भी बताया कि सीसीटीवी में तीनों सूरत जाते हुए दिखाई दिए हैं. पुलिस को लगा कि मामला सामान्य गुमशुदगी का हो सकता है, लेकिन नौ दिन बाद कहानी ने करवट बदल दी.फॉरेस्ट कॉलोनी के पास एक खाली जगह से अचानक बदबू आने की सूचना पुलिस को मिली.
वन संरक्षक अधिकारी ने की पत्नी और बच्चों की हत्या
मौके पर पहुंची पुलिस और डॉग स्क्वायड ने जगह की तलाशी ली. जब जमीन की खुदाई की गई तो पुलिस हैरान रह गई. एक के बाद एक तीन शव बरामद हुए. ये शव उन्हीं तीन लोगों के थे, जिनकी गुमशुदगी की शिकायत आरोपी पति ने की थी. शव मिलने के तुरंत बाद पुलिस ने उन्हें कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तेजी दिखाई और जांच शैलेश खांभला पर केंद्रित की गई. पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए.
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने स्वीकार किया कि घरेलू विवाद के कारण उसने पत्नी और बच्चों की हत्या कर दी थी. बताया गया कि शैलेश की पत्नी ससुराल लौटना नहीं चाहती थी. वह भावनगर में ही उसके साथ रहना चाहती थी. इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ. छुट्टियां खत्म होने और वापस लौटने की बात पर भी बहस हुई. विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपी ने गुस्से में तीनों की हत्या कर दी और शवों को फॉरेस्ट कॉलोनी के पास दफना दिया.
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
इस घटना पर एसपी नितेश पांडे ने बताया कि पुलिस अब इस मामले के हर पहलू की जांच कर रही है. पुलिस को यह भी संदेह है कि सिर्फ घरेलू विवाद के कारण इतनी बड़ी वारदात हो, यह संभव नहीं लगता. आगे की जांच जारी है.
ब्रिजेश दोशी