नए मोटर व्हीकल एक्ट से परेशान ऑटो चालक ने दी जान, सुसाइड नोट में मोदी सरकार को बताया जिम्मेदार

नए मोटर व्हीकल एक्ट किस तरह एक व्यक्ति को परेशान कर सकता है, उसका जीता-जागता उदाहरण गुजरात के सूरत में देखने को मिला है.

Advertisement
आत्महत्या करने वाला ऑटो चालक आत्महत्या करने वाला ऑटो चालक

गोपी घांघर

  • सूरत,
  • 21 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 12:41 AM IST

  • नए मोटर व्हीकल एक्ट से परेशान होकर कर ली खुदकुशी
  • सुसाइड नोट में बताया मोदी सरकार को जिम्मेदार

नया मोटर व्हीकल एक्ट किस तरह एक व्यक्ति को परेशान कर सकता है, उसका जीता-जागता उदाहरण गुजरात के सूरत में देखने को मिला है. गुजरात में सूरत के रहने वाले 65 साल के ऑटो चालक सरफराज शेख नए मोटर व्हीकल एक्ट से इतने परेशान हो गए कि आत्महत्या कर ली.

Advertisement

सरफराज शेख पिछले कई सालों से सूरत में ऑटो चलाने का काम करते थे. इसी से उनके पूरे परिवार का गुजारा होता था. लेकिन जब से नया कानून आया, वो ट्रैफिक के चालान से परेशान हो गए.

जब भी पुलिस उन्हें पकड़ती थी उन पर 500 रुपए का जुर्माना लगता था. ऐसे में रोजाना जहां 500 रुपए कमा नहीं पाते थे, वहीं 500 रुपए जुर्माने के तौर पर देना उनके लिए मुश्किल हो जाता था.

चौंकाने वाली बात यह है कि सरफराज ने गुजराती में सुसाइड नोट भी लिखा है. इसमें उन्होंने लिखा है कि जब कभी पुलिस उनहें पकड़ती है तो 500 रुपए का जुर्माना लेती है जिससे उनका जीना मुश्किल हो गया है.

खुदकुशी करने वाले बुजुर्ग ने घरवालों के लिए लिखा है कि ऑटो किराए पर मत देना, बल्कि ऑटो बेचकर उनका अंतिम संस्कार कर देना.

Advertisement

साथ ही लिखा है कि उनकी मौत का जिम्मेदार उनके घर वाले नहीं बल्की मोदी सरकार है, जो नया मोटर व्हीकल एक्ट लेकर आई है. तभी से पुलिस उन्हें लगातार मेमो देती रही है. वो भी 50 या 100 रुपए नहीं होता, बल्कि 500 रुपए जुर्माना देना पड़ता है. यह उन्हें काफी भारी पड़ता है.

पुलिस को सरफराज का सुसाइड नोट मिल गया है और पुलिस अब ये भी जांच कर रही है कि अब तक उन्हें जुर्माने के तौर पर कितने पैसे देने पड़े हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement