गुजरात में इस साल के अंत तक संभावित स्थानीय निकाय चुनावों को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस बार बिना किसी गठबंधन के चुनाव मैदान में उतरेगी. पार्टी के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने सोमवार को ऐलान किया कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं करेगी और चुनाव पूरी ताकत के साथ अकेले लड़ेगी.
गढ़वी ने दावा किया कि बीते एक महीने में पार्टी से 5 लाख से अधिक लोग जुड़ चुके हैं. इनमें से अधिकांश भाजपा और कांग्रेस से नाराज आम लोग हैं, जो अब बदलाव की उम्मीद में AAP से जुड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि केवल छह दिनों में ‘गुजरात जोड़ो जनसभा’ के तहत 150 से अधिक जनसभाएं की गईं, जिनमें एक लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया. पार्टी का लक्ष्य अगले दो महीनों में 2000 से अधिक ऐसी सभाएं करने का है.
प्रदेश अध्यक्ष ने दावा करते कहा कि अब तक भाजपा और कांग्रेस के 5 हजार से अधिक नेता, कार्यकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ता, किसान नेता और व्यापारी आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं. पार्टी द्वारा जारी मिस्ड कॉल नंबर पर रोजाना 10 से 15 हजार लोग जुड़ रहे हैं, जिससे कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है.
इसुदान गढ़वी ने यह भी घोषणा की कि आगामी जन्माष्टमी के दिन पार्टी उम्मीदवारों के लिए नामांकन फॉर्म जारी करेगी. यह फॉर्म उन युवाओं, बेरोज़गारों, महिलाओं, किसानों और आम नागरिकों के लिए होगा जो राजनीति में आकर बदलाव लाना चाहते हैं, लेकिन अब तक किसी दल से जुड़े नहीं थे. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ऐसे सभी लोगों को मंच देगी जो भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार से परेशान हैं.
गढ़वी ने दावा किया कि अब गुजरात की जनता को सिर्फ आम आदमी पार्टी से ही उम्मीद है और यही कारण है कि पार्टी स्थानीय चुनावों में किसी अन्य दल से गठबंधन नहीं करेगी. पार्टी का मकसद साफ है जनता की भागीदारी और स्वच्छ राजनीति.
ब्रिजेश दोशी