दिल्ली पुलिस ट्रैक्टर रैली में हुए बवाल के बाद राष्ट्रीय राजधानी में हालात तेजी से सामान्य करने की दिशा में काम कर रही है. इसके लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग हटाए. पुलिस की कोशिश है कि जब 27 जनवरी बुधवार के दिन दिल्ली के लोग घरों से दफ्तर जाने के लिए निकलें तो उन्हें माहौल सामान्य दिखे.
इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने रात में देखा कि कहीं किसान ट्रैक्टर के साथ मौजूद तो नहीं हैं. अभी तक की जानकारी के मुताबिक दिल्ली में जो किसान ट्रैक्टर के साथ अंदर आये थे, उनमें से ज्यादातर वापस जा चुके हैं. कुछेक किसान जो टिकरी से नजफगढ़ की तरफ गए थे वो देर शाम तक वापस लौट रहे थे.
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रात साढ़े नौ बजे तक लाल किले में करीब 25 ट्रैक्टर और 60 से 70 किसान थे, जिनकी पुलिस से बात चल रही थी, पुलिस इन्हें शांति से वापस भेज दिया. ज्यादातर किसान बॉर्डर पर वापस लौट गए हैं. सूत्रों की मानें तो किसान मीटिंग के जरिये आगे की रणनीति बनाने में जुटे हैं.
इस तरह से मंगलवार को किसानों के बीच मतभेद दिखे उसका क्या असर आंदोलन पर होगा ये साफ नहीं है. बॉर्डर पर पुलिस और पैरामिलिट्री फ़ोर्स के जवान पहले की तरह ही तैनात हैं. कोशिश है कि दिन के हंगामे का असर बाद में न दिखे. जहां तक इंटरनेट का सवाल है उसे सिर्फ 26 जनवरी की रात 12 बजे तक के लिए बंद किया गया था, आगे प्रशासन हालात का जायजा लेने के बाद तय करेगा. पुलिस अब अलग अलग जगहों पर हुई हिंसा को देखते हुए एफआईआर भी दर्ज कर रही है.
तनसीम हैदर