दिल्ली में लालकिले के पास सोमवार शाम हुए जोरदार कार धमाके ने कई परिवारों की दुनिया उजाड़ दी. इस ब्लास्ट में आठ लोगों की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए. हादसे के बाद LNJP अस्पताल के बाहर देर रात तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. परिजन अपने परिजनों की हालत जानने के लिए बेचैन होकर इंतजार करते रहे.
रोहतास नगर शाहदरा निवासी सुधीर शर्मा ने बताया कि उनका बेटा अंकुश शर्मा इस धमाके में गंभीर रूप से घायल है और आईसीयू में जिंदगी की लड़ाई लड़ रहा है. उन्होंने कहा कि उनका बेटा अपने दोस्त राहुल कौशिक के साथ गौरी शंकर मंदिर गया था. राहुल को सिर में टांके लगने के बाद घर भेज दिया गया, जबकि अंकुश की हालत नाजुक बनी हुई है.
LNJP अस्पताल के बाहर अफरा-तफरी का माहौल
दाउद के साले जीशान अंसारी ने बताया कि दाउद ने धमाके के बाद खुद उन्हें फोन किया था. वे तुरंत अस्पताल पहुंचे लेकिन अब तक उन्हें उससे मिलने नहीं दिया गया. इसी तरह समीर खान के चचेरे भाई मोहम्मद दानिश ने कहा कि किसी अजनबी ने फोन कर उन्हें हादसे की जानकारी दी. समीर आईसीयू में है और उसकी हालत के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही.
गृह मंत्री ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना
अस्पताल के बाहर कई लोग रोते-बिलखते दिखे. एक बुजुर्ग अपने बेटे को देखने की गुहार लगाते रहे और काफी बहस के बाद उन्हें अंदर जाने की अनुमति मिली. परिजनों ने अस्पताल में अव्यवस्था और सूचना की कमी का आरोप लगाया. गृह मंत्री अमित शाह ने LNJP अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और स्थिति का जायजा लिया. फिलहाल दिल्ली पुलिस, NIA, NSG और फॉरेंसिक टीमें धमाके की जांच में जुटी हैं.
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