मॉनिटरिंग कमेटी ने लिखा खत, दिल्ली में फिर तेज होगा सीलिंग अभियान

मॉनिटरिंग कमेटी ने कमिश्नरों को आदेश जारी करते हुए कहा है कि लोकल शॉपिंग कॉम्पलेक्स में जहां संपत्तियों में नियमों का पालन नहीं हुआ है वहां तत्काल प्रभाव से सीलिंग शुरू की जाए.

Advertisement
सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

रवीश पाल सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 29 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 3:55 PM IST

बीते एक महीने से दिल्ली में सुस्त रफ्तार में चल रहे सीलिंग अभियान में सोमवार से फिर तेजी आने की संभावना है. मॉनिटरिंग कमेटी ने दिल्ली के तीनों एमसीडी कमिश्नर और एनडीएमसी चेयरमैन को पत्र लिखकर इस संबंध में नया आदेश जारी कर दिया है.

मॉनिटरिंग कमेटी ने कमिश्नरों को आदेश जारी करते हुए कहा है कि लोकल शॉपिंग कॉम्पलेक्स में जहां संपत्तियों में नियमों का पालन नहीं हुआ है वहां तत्काल प्रभाव से सीलिंग शुरू की जाए.

Advertisement

मॉनिटरिंग कमेटी ने आदेश दिया है कि स्टैंडर्ड प्लान और सेंक्शन प्लान का उल्लंघन करने वाली संपत्तियों को सील किया जाए क्योंकि लोकल शॉपिंग कॉम्पलेक्स में नीचे दुकान और ऊपर मकान का नियम है, लेकिन व्यापारी वर्ग ऊपर भी कमर्शियल गतिविधियां जारी रखे हुए हैं और इसलिए यहां सीलिंग अभियान चलाया गया था, लेकिन बीते एक महीने से एमसीडी दस्ता ऐसी संपत्तियों से ज्यादा स्टिल्ट पार्किंग को गलत उपयोग के कारण सील कर रहा था.

एमसीडी सूत्रों के मुताबिक ऐसा इसलिए किया जा रहा था ताकि एमसीडी मॉनिटरिंग कमेटी और व्यापारियों के गुस्से से बच सकें क्योंकि स्टिल्ट पार्किंग को सील करने पर ज्यादा विरोध नहीं होता जबकि दुकानों को सील करने पर भारी विरोध-प्रदर्शन होता है.

डीसीपी से बनाएं तालमेल

मॉनिटरिंग कमेटी ने सीलिंग के आदेश जारी करते हुए सभी कमिश्नरों को आदेश दिए हैं कि सीलिंग के लिए यदि पुलिस फोर्स नहीं मिलती तो एमसीडी बिल्डिंग विभाग के अधिकारी इसके लिए इलाके के संबंधित डीसीपी से बात कर पुलिस फोर्स मांगें.

Advertisement

साथ ही मॉनिटरिंग कमेटी ने आदेश दिए हैं कि सीलिंग अभियान की रिपोर्ट रोज बनाई जाए और रोजाना वो रिपोर्ट  मॉनिटरिंग कमेटी को भेजी जाए.

अपने आदेश में मॉनिटरिंग कमेटी ने इस बार व्यापारियों को राहत भी दी है. कमेटी ने अपने आदेश के आखिर में लिखा है कि सीलिंग से पहले एमसीडी अधिकारी संबंधित दुकान के सभी दस्तावेज ठीक से जांचें और नियमों का उल्लंघन होने पर ही सीलिंग करें. दस्वावेज सही पाए जाने पर संपत्ति को सील नहीं किया जाए ताकि व्यापारी खुद को प्रताड़ित महसूस ना करें.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement