दिल्ली के उपप्रधानमंत्री मनीष सिसोदिया ने LG को पत्र लिखकर 29 अक्टूबर, 2017 को एमसीडी के प्राइमरी स्कूल टीचर्स के लिए कराए गए पेपर को रद्द करने और दोबारा पेपर कराए जाने की मांग की.दरअसल, परीक्षा खत्म होने से पहले ही सोशल मीडिया पर पेपर लीक हो गए थे.
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल को पत्र में लिखा है कि आपको पता होगा कि नगर निगम के प्राइमरी स्कूल टीचर्स की नियुक्ति के लिए DSSSB ने 29 अक्टूबर 2017 को एक परीक्षा आयोजित कराई थी, जिसका पेपर लीक हो गया. यहां तक कि परीक्षा खत्म होने से पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर आ गया .
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में ये भ्रष्टाचार का एक गंभीर मामला है और इस पर तुरंत और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. DSSSB को लेकर इस तरह के संगीन गड़बड़ियों की शिकायतें लगातार सामने आती रही हैं. पहले भी पेपर लीक की शिकायतें आई हैं. कभी किसी एक गाइड बुक से पेपर सेट कर दिया जाता है तो कभी डाक्युमेंट्स अपलोड करने के टाइम ही सर्वर डाउन हो जाता है. इस तरह की शिकायतें आपके संज्ञान में पहले भी लाई जा चुकी हैं.
इतना सब कुछ सामने आने के बाद भी अब तक DSSSB के किसी वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए ये संदेश देने की जरूरत है कि एलजी ऑफिस DSSSB में भ्रष्टाचार के किसी भी मामले को संरक्षण नहीं दे रहा है.
दिल्ली के उपप्रधानमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने पत्र के जरिये एलजी के सामने ये मांगें रखीं...
1- DSSSB के भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में अब तक ACB ने कोई कार्रवाई नहीं की है, इसलिए निष्पक्ष जांच के लिए मामले को CBI को सौंपा जाना चाहिए.
2- इस परीक्षा का आयोजित कराने में शामिल रहे अफसरों को तुरंत निलंबित किया जाना चाहिए, जिससे कि वे साक्ष्य नष्ट ना कर सकें.
3- जिस परीक्षा का पेपर लीक हुआ है उसे रद्द करके दोबारा कराया जाए.
पंकज जैन