केजरीवाल सरकार की लापरवाही से जहरीली गैस का गुब्बारा बनी दिल्ली: मनोज तिवारी

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि अरविन्द केजरीवाल सरकार की निष्क्रियता और लापरवाही के चलते आज जहां एक ओर दिल्ली जहरीली गैस का गुब्बारा बनकर रह गई है, वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की प्रशासकीय व्यवस्था हास्य का पात्र बन गई है.

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मनोज तिवारी और अर‍विंद केजरीवाल मनोज तिवारी और अर‍विंद केजरीवाल

मणिदीप शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 12 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 12:24 AM IST

ऑड-इवन रद्द होने पर BJP ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है. दिल्ली BJP अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल ने जिस तरह ऑड-इवन को वापस लिया है और इससे पूर्व जिस तरह प्रदूषण रोधी कार्रवाई में पूरी तरह असफल रही है, उसके चलते हम कह सकते हैं कि राष्ट्रीय राजधानी किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार नहीं है. यह केजरीवाल सरकार की लापरवाही की वजह से ही है.

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दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि अरविन्द केजरीवाल सरकार की निष्क्रियता और लापरवाही के चलते आज जहां एक ओर दिल्ली जहरीली गैस का गुब्बारा बनकर रह गई है, वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की प्रशासकीय व्यवस्था हास्य का पात्र बन गई है. ऑड-इवन वाहन प्रणाली को वापस लेकर केजरीवाल सरकार ने अपनी प्रशासकीय विफलता स्वीकारी है.

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि दिल्ली की प्रशासकीय व्यवस्था पूरी तरह ठप है और यह दुखद सत्य है कि दिल्ली किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार नहीं है और इसकी पूर्ण जिम्मेदारी केजरीवाल की है. तिवारी ने कहा है कि केजरीवाल सरकार प्रदूषण रोधी पूर्व व्यवस्था करने में पूरी तरह असफल रही और संकट बढ़ने पर सरकार ने लगातार बचकाने कदम उठाए. ऑड-इवन वाहन प्रणाली लागू करने की घोषणा में जल्दबाजी की पर उसके लिए आवश्यक वैकल्पिक व्यवस्थायें करने पर कोई ध्यान नहीं दिया. सभी को मालूम है कि डीटीसी का बस बेड़ा पूरी तरह चरमरा गया है, दिल्ली में सिर्फ 1800 बसें डीटीसी बसें सड़कों पर चल रही हैं और ऐसे में सरकार की निःशुल्क यात्रा की बचकाना घोषणा केवल राजनीति से प्रेरित थी. बेहतर होता सरकार बजाय राजनीति करने के दिल्ली की सड़कों पर अन्य राज्यों से या निजी क्षेत्र की बसों को डीटीसी के रूटों पर चलाने पर ध्यान देती.

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तिवारी ने कहा कि एनजीटी ने दिल्ली की स्थिति को पूरी तरह समझा है. यह सत्य है कि दिल्ली में दोपहिया वाहन भी प्रदूषण बढ़ाने में पूरा योगदान देते हैं, पर केजरीवाल सरकार जानबूझ कर इस सत्य को अस्वीकार करती रही. अब केजरीवाल सरकार ने जिस तरह ऑड-इवन को वापस लिया है और इससे पूर्व जिस तरह वह प्रदूषण रोधी कार्रवाई में पूरी तरह असफल रही है, उसके चलते हम कह सकते हैं कि केजरीवाल सरकार की लापरवाहियों के चलते राष्ट्रीय राजधानी किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार नहीं है.

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