JNU विवादः देश विरोधी ताकतों को बेनकाब करने के लिए पूर्व छात्रों का हस्ताक्षर अभियान

जेएनयू कैंपस में देशविरोधी नारेबाजी करनेवालों पर सख्त कार्रवाई की मांग के साथ पूर्व छात्रों ने मंगलवार को एक ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की.

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JNU के पूर्व छात्रों ने कहा कि कैंपस की छवि बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा JNU के पूर्व छात्रों ने कहा कि कैंपस की छवि बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा

केशव कुमार

  • नई दिल्ली,
  • 16 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 10:04 PM IST

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में देशद्रोह के नारे पर चल रहे विवाद के बीच पूर्व छात्रों ने कहा है कि किसी को भी संस्थान की छवि धूमिल करने नहीं दिया जा सकता. पूर्व छात्रों की ओर से बीजेपी सांसद उदित राज, पूर्व जेएनयूएसयू अध्यक्ष संदीप महापात्र, शिव शक्ति और स्वदेश सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी कैंपस को राजनीतिक अखाड़ा नहीं बनने दिया जाएगा. कैंपस में देशविरोधी नारेबाजी करनेवालों पर सख्त कार्रवाई की मांग के साथ इन लोगों ने मंगलवार को एक ऑनलाइन हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की.

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जांच और कार्रवाई में न हो राजनीतिक दखल
कांस्टिट्यूशन क्लब में आयोजित समारोह के बाद पूर्व छात्रों ने बयान जारी कर कहा कि जेएनयू में पाकिस्तानपरस्त और देशविरोधी नारे लगाए जाने से देश का हर जिम्मेदार नागरिक आहत हुआ है. इस घटना से देश-विदेश में जेएनयू की छवि बिगड़ी है. हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते. बयान में कहा गया है कि हम सब देश विरोधी तत्वों के खिलाफ हो रही जांच में किसी भी तरह के राजनीतिक दखल के खिलाफ हैं.

भारत बचाओ, जेएनयू बचाओ का नारा
भारत बचाओ, जेएनयू बचाओ नारे के साथ बयान में कहा गया कि हम सब कैंपस में छात्रों को गुमराह करने वाली ताकतों को पहचानने और उसपर कार्रवाई करने के लिए जेएनयू के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ खड़े हैं. हम सब मिलकर जेएनयू में चल रही बड़ी साजिश को बेनकाब करेंगे. समारोह में डॉ. मोनिका राठौरस रेणु कीर, विकास प्रीतम, अभय कुमार, विकास आनंद, डॉ. अमित सिंह, डॉ. मनोज कुमार, सौरभ दूबे, राजशेखर, डॉ. पवन कुमार सहित बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे जेएनयू के पूर्व छात्र शामिल थे.

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