दक्षिण दिल्ली के भोगल इलाके में मंगलवार शाम उस वक्त डर का माहौल बन गया, जब 5:59 बजे एक संदिग्ध टाटा अल्ट्रोज कार के बारे में किसी जागरूक नागरिक ने 112 पर कॉल करके जानकारी दी. दिल्ली पुलिस के पीसीआर नंबर DD No. 74A को कॉल मिली. कॉलर ने बताया कि कार पिछली रात से चर्च रोड के पास खड़ी है और अंदर जूट के चार बैग दिख रहे हैं. उसने यह भी बताया कि काफी देर से कार के आसपास किसी को नहीं देखा गया है और इस कारण इलाके में दहशत का माहौल है कि कहीं इसके पीछे कोई आतंकी साजिश तो नहीं है.
चूंकि एक दिन पहले ही दिल्ली में लाल किले के पास एक कार में बम विस्फोट हुआ था, जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए, इसलिए कथित लावारिस कार और उसमें जूट के चार बैग देखकर लोगों के मन में और डर बैठ गया. सूचना मिलते ही एसीपी लाजपत नगर मिहिर सकरिया, एसएचओ हजरत निजामुद्दीन इंस्पेक्टर पंकज कुमार और जंगपुरा पुलिस स्टेशन के प्रभारी एसआई अनिल कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. स्थानीय लोगों में घबराहट ना फैले इसे ध्यान में रखकर इलाके की सावधानी के साथ घेराबंदी कर दी गई.
अल्ट्रोज कार के नंबर प्लेट से मालिक की पहचान
अल्ट्रोज कार के नंबर प्लेट से मालिक की पहचान हुई, जो एक स्थानीय अदालत में प्रैक्टिसिंग एडवोकेट हैं, और पास में ही रहते हैं. पूछताछ में पता चला कि उनके ससुर कश्मीर से 10 नवंबर की रात आए थे और कार के रियर कम्पार्टमेंट में चार जूट बैग्स में कालीन रखी थीं. वह व्यापार के लिए कश्मीर से माल लेकर आए थे.. खतरे को पूरी तरह नकारने के लिए बम डिस्पोजल स्क्वॉड (BDT) को तुरंत बुलाया गया. कार की गहन जांच की गई, जिसमें कोई संदिग्ध या आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिली. पूरी प्रक्रिया शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रही.
दिल्ली पुलिस ने कॉल करने वाले जागरूक नागरिक की सतर्कता की सराहना की. एसीपी लाजपत नगर मिहिर सकरिया ने दिल्लीवासियों से अपील की, 'आप हमारी आंख, नाक और कान बनें. संदिग्ध व्यक्ति, वाहन या कोई लावारिश वस्तु दिखे तो तुरंत नजदीकी थाने को इसकी सूचना दें या 112 डायल करके बताएं. सतर्क रहें, सूचना दें– और हमारे साथ मिलकर दिल्ली को सुरक्षित बनाने में सहयोग करें.' बता दें कि लाल किले के पास हुए कार बम ब्लास्ट के तार फरीदाबाद में पकड़े गए 'डॉक्टरों के टेरर नेटवर्क' से जुड़े हैं.
अरविंद ओझा