अप्रैल के महीने में गर्मी पूरे जोरों पर है. दिल्ली और एनसीआर के शहरों में दिन के वक्त सूरज अपने शबाब पर होता है और रात के तापमान में भी बढ़ोतरी के चलते गर्मी बढ़ गई है. हालांकि, 15 अप्रैल से एक्टिव पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते गर्मी में मामूली राहत देखने को मिल रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले कुछ दिनों तक तेज हवा के साथ बारिश के आसार बने हुए हैं, जिससे गर्मी में राहत मिलेगी.
दिल्ली में 21 अप्रैल तक गर्मी से राहत!
आज यानी 18 अप्रैल के मौसम की बात करें तो तापमान का टॉर्चर जारी है. आज न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज हो सकता है. हालांकि, आज हल्की बारिश या बूंदाबांदी के साथ आमतौर पर बादल छाए रहेंगे. वहीं, 19 अप्रैल को आंधी के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना बनी हुई है. इससे अधिकतम तापमान में कुछ राहत मिलकर तापमान 38 डिग्री सेल्सियस हो सकता है. हालांकि, न्यूनतम तापमान में बढ़त के साथ ये 23 डिग्री सेल्सियस पहुंच सकता है.
बता दें कि मौसम विभाग ने 21 अप्रैल तक के लिए हल्की बारिश का के आसार जताए हैं. 20 अप्रैल तक न्यूनतम तापमान गिरकर 20 डिग्री और अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है.
दिल्ली में कब होगी बारिश?
नोएडा में 3 दिन बारिश का अलर्ट
नोएडा की बात करें तो यहां का भी 3 दिन यानी 20 अप्रैल तक के लिए धूल भरी आंधी और बारिश के आसार जताए गए हैं. आज यानी 18 अप्रैल को नोएडा का न्यूनतम तापमान 23 डिग्री और अधिकतम तापमान 41 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. वहीं, आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और बारिश या गरज के साथ छींटे या धूल भरी आंधी चलने की संभावना है. 20 अप्रैल तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा. हालांकि, इस दिन तापमान में कमी देखी जा सकती है.
बात दें कि मौसम में ये बदलाव पश्चिम विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण हो रहा है. हालांकि, इसके बाद एक बार फिर गर्मी का सितम शुरू होगा. मौसम विभाग का अनुमान है कि 20 अप्रैल के बाद गर्मी एक बार फिर से जोर पकड़ेगी. ऐसे में अप्रैल के अंत में लू चलने की भी संभावना है.
कब घोषित होती है हीटवेव?
अगर किसी स्टेशन का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस, तटीय क्षेत्रों में कम से कम 37 डिग्री सेल्सियस और पहाड़ी क्षेत्रों में कम से कम 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा हो जाता है तो उसे हीटवेव घोषित की जाती है.
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