भारतीय स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) ने प्लान किया है कि वो कई प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर स्पेस रॉकेट बनाएगा. ऐसा पहली बार होगा कि पूरी तरह से प्राइवेट एजेंसी के द्वारा इस तरह के रॉकेट बनाए जाएंगे. 2021 तक इस रॉकेट को लॉन्च करने का प्लान किया गया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, इसरो के चेयरमैन ए. एस. किरन कुमार ने कहा- हमारा टारगेट है कि प्राइवेट तौर पर बने इस रॉकेट को हम 2020-21 तक लॉन्च कर दें. इसरो इस ज्वाइंट वेंचर का पार्ट होगा. इस प्लान पर काम चल रहा है.
किरन कुमार ने कहा- हम रॉकेट को तैयार करने में लगने वाली लागत को बेहतर करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं. हम उसे जारी रखेंगे. सेटेलाइट की संख्या को लेकर किरन कुमार ने कहा- वर्तमान में ऑर्बिट में 42 सैटेलाइट मौजूद हैं. इन सैटेलाइटों का प्रयोग धरती के अवलोकन, नेविगेशन और संचार प्रणाली को लेकर किया जाता है.
अभी भी हमारे पास संचार प्रणाली के मद्देनजर कम सैटेलाइट हैं, इसलिए इसरो सैटेलाइट लॉन्च करने की प्रकिया को दोगुना करने के प्रयास में है. अभी हम एक साल में 8 से 10 सेटेलाइट लॉन्च करते हैं. 2018 तक ये 20 के करीब होगा. हमारा टारगेट अगले 5 साल में 60 सैटेलाइट लॉन्च करने का है.
किरन कुमार ने कहा- हम मौजूदा लॉन्च पैड्स से ही सैटेलाइट को लॉन्च करने की संख्या बढ़ाना चाह रहे हैं. हम श्रीहरिकोटा में तीसरे लॉन्च पैड का प्लान भी कर रहे हैं. इससे हमारी क्षमता बढ़ेगी.
रणविजय सिंह