दिल्ली में पिछले दिनों हुई हिंसा के कारण ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इस क्षेत्र में नुकसान को देखते हुए दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन ने केंद्र और दिल्ली सरकार से अपील की है कि दिल्ली के ट्रांसपोर्ट व्यवसाय के लोगों की गाड़ियां जिन भी बैंकों से फाइनेंस हैं, उन्हें कम से कम 3 महीने की किश्त देने की छूट दिलवाने का निर्देश दें, साथ ही उचित मुआवजे का भी ऐलान किया जाए.
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दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन का कहना है कि हिंसा के चलते ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को भी बहुत नुकसान झेलना पड़ रहा है. जहां रोजाना 40 हजार ट्रकों से माल दिल्ली में आता और जाता था, वहीं इस हिंसा के कारण यह संख्या घटकर महज 10 से 15 हजार ही रह गई है.
खर्चे का अतिरिक्त बोझ
दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष राजेंद्र कपूर का कहना है, 'दिल्ली का व्यापार सामान्य होने में काफी समय लग सकता है. वहीं, दिल्ली में पर्याप्त मात्रा में सार्वजनिक पार्किंग के स्थान नहीं है, इसलिए जितने दिन ट्रक खड़े रहेंगे उनका रोजाना का पार्किंग का 500 से 800 रुपये तक का खर्च, साथ में ड्राइवर के खर्चे का अतिरिक्त बोझ बढ़ गया है.'
बता दें कि उत्तर पूर्वी इलाके में तीन दिन तक उपद्रवियों ने तांडव मचाया और कई इलाकों में आगजनी, पत्थरबाजी, लूटपाट की घटनाएं सामने आईं. इस हिंसा में अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं.
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राम किंकर सिंह