दिल्ली में छठ पूजा और यमुना नदी में प्रदूषण को लेकर राजनीतिक संग्राम जारी है. बढ़ते प्रदूषण के चलते यमुना नदी में बड़ी मात्रा में झाग जमा है. इसी बीच दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी (DPCC) ने यमुना से झाग हटाने के लिए 15 नाव लगाई हैं.
दिल्ली सरकार के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग, राजस्व विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने मिलकर ये फैसला लिया है कि दो-दो नाव के बीच रस्सी बांधकर झाग को हटाने का काम शुरू किया जाए.
यमुना की सफाई के दावों की खुली पोल
छठ के महापर्व पर यमुना की लहरों पर जहरीले केमिकल और झाग की तस्वीरें सामने आने के बाद दिल्ली सरकार पर यमुना की सफाई के दावों को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. वहीं, दिल्ली सरकार इसके लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है. दिल्ली सरकार का कहना है कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार यमुना में गंदा पानी छोड़ रही है. उधर, भाजपा ने इसके लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
भाजपा ने लगाए गंभीर आरोप
इसी बीच भाजपा सूत्रों ने जल शक्ति मंत्रालय के एक पुराने पत्र को जारी किया है. यह पत्र केजरीवाल को लिखा गया था. इस पत्र के मुताबिक, केंद्र सरकार ने दिल्ली को यमुना की सफाई के लिए 2,419 करोड़ रुपए जारी किए थे. भाजपा का कहना है कि सफाई की तो बात ही छोड़िए, यमुना पहले से ज्यादा गंदी हो गई है. भाजपा ने पूछा कि ये पैसा कहां गया. क्या अरविंद केजरीवाल ने इस पैसे को विज्ञापन में खर्च कर दिया.
पंकज जैन