उत्तर दिल्ली के रोहिणी इलाके में सोमवार सुबह एमसीडी की वेटरनरी विभाग की टीम पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया. टीम इलाके से आवारा कुत्तों को पकड़ने गई थी. आरोप है कि हमलावरों ने न सिर्फ टीम के साथ बदसलूकी और मारपीट की, बल्कि पकड़े गए कुत्तों को जबरन छुड़ा लिया और सरकारी गाड़ी में तोड़फोड़ भी की.
एफआईआर के अनुसार, घटना के समय एमसीडी टीम में ड्राइवर ओमप्रकाश और कर्मचारी रतन, दीपक, पुष्पेंद्र व अनिल शामिल थे. यह टीम सेक्टर-16 स्थित सरवोदय विद्यालय से आई एक शिकायत पर गई थी, जहां एक आवारा कुत्ते को पकड़ा गया. इसके बाद टीम सेक्टर-3 में दूसरे कुत्ते को पकड़ने पहुंची.
कुत्तों को जबरन छुड़ाकर स्कूल कैंपस में छोड़ा
वेटरनरी ऑफिसर रविश कसाना की शिकायत के मुताबिक, इसी दौरान कुछ डॉग लवर्स वहां आ पहुंचे और टीम से उलझने लगे. आरोप है कि उन्होंने स्टाफ के साथ मारपीट की और पकड़े गए दोनों कुत्तों को जबरन छुड़ाकर स्कूल परिसर में छोड़ दिया.
तोड़फोड़ भी की गई
एफआईआर में कहा गया है कि हमलावरों ने एमसीडी की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए, कुत्ता पकड़ने के जाल और लॉग बुक को नुकसान पहुंचाया. यहां तक कि गाड़ी की इग्निशन चाबी भी तोड़ दी और उसमें रखे औजार भी अपने साथ ले गए.
एमसीडी अधिकारी ने कहा, “इन लोगों ने न केवल सरकारी काम में बाधा डाली बल्कि हमारे स्टाफ को गालियां दीं और वाहन के साथ छेड़छाड़ की. हमने पुलिस से शिकायत की है और उचित कार्रवाई की मांग की है.”
पुलिस ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है और अब सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सके. पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमलावरों की पहचान कर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.
इस घटना के बाद एमसीडी कर्मचारियों में नाराज़गी देखी जा रही है. उनका कहना है कि अगर इस तरह डॉग लवर्स कानून अपने हाथ में लेंगे तो न केवल सरकारी कामकाज प्रभावित होगा बल्कि क्षेत्र में कुत्तों से होने वाली परेशानियां भी दूर नहीं हो पाएंगी.
फिलहाल मामले की जांच जारी है और पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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