दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे, 2024 के मौके पर एक अनोखे जागरूकता अभियान की शुरुआत की है. हर साल 10 सितंबर को मनाया जाने वाले इस खास दिन का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों से जूझ रहे व्यक्तियों को समझने और उनका समर्थन करने की बात पर जोर डलाती है.
डीएमआरसी ने अपनी खास पहल में दिल्ली के प्रमुख मेट्रो स्टेशनों पर रणनीतिक रूप से बैनर और डिजिटल डिस्प्ले लगाई हैं. डिस्प्ले में लिखे मैसेजों में उम्मीद और जिंदगी से जंग जीतने के संदेश हैं, जिन्हें मेट्रो से यात्रा करने वाले लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए डिजाइन किया गया है.
सोशल मीडिया पर भी फैला है DMRC का कैंपेन
डीएमआरसी का ये अभियान डिजिटल क्षेत्र में फैला हुआ है जो व्यापक दर्शकों तक पहुंचने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों का लाभ उठा रहा है. साथ ही पोस्ट और इंटरैक्टिव कंटेंट के माध्यम से डीएमआरसी मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता और बातचीत को बढ़ावा देने के लिए नागरिकों के साथ जुड़ रहा है.
डीएमआरसी ने मानसिक स्वास्थ्य की वकालत की प्रतिबद्धता को अपने पिछले कैंपेन जैसे #nevergiveup और #choosetolive के माध्यम से स्पष्ट हुई है. इन पहलों ने लाखों यात्रियों को काफी प्रभावित किया है और सकारात्मक संदेश दिया है, मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा को बढ़ावा दिया है. बातचीत को बढ़ावा देकर, डीएमआरसी का उद्देश्य लोगों को ये याद दिलाता है कि मदद की मांग मांगना ताकत का संकेत है.
DMRC बनाना चाहता है हेल्पफुल माहौल
हर साल की तरह डीएमआरसी ने अपने कैंपेन की परंपरा को जारी रखा है, जिसमें यात्रियों से अपना समर्थन देने और जरूरत पड़ने पर मदद के लिए आगे आने की भी अपील भी की है. ऐसा करके डीएमआरसी एक समझदार कंप्यूटर कम्युनिटी बनाना चाहता है. विजुअल और डिजिटल कैंपेन के इस्तेमाल से लोगों तक पहुंच सुनिश्चित करता है.
वहीं, डीएमआरसी विभिन्न माध्यमों से जनता को शामिल करके एक हेल्पफुल माहौल बनाना चाहता है, जहां व्यक्ति अपने मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए खुद को सशक्त महसूस करें.
कुमार कुणाल