चिड़ियाघर के 5 कर्मचारी दोषी
जांच दल ने कहा कि दीप कुमार, विनोद कुमार, राजबीर सिंह, मनोज कुमार और पशु चिकित्सा अधिकारी अभिजीत भावल लापरवाही और काम में चूक के दोषी हैं. हेड कीपर राजबीर सिंह को गलती छिपाने के लिए रिकॉर्ड में छेड़छाड़ का भी दोषी पाया गया है.
रजिस्टर में की गलत एंट्री
जांच दल ने कहा कि हेड कीपर दीप कुमार ने 24 और 25 अप्रैल के रिकॉर्ड में दर्ज किया था कि घड़ियाल समेत सभी जानवर अच्छी स्थिति में हैं लेकिन ये एंट्री तथ्यात्मक रूप से गलत थी. कमेटी ने कहा कि राजबीर सिंह ने जानवरों को बिना देखे एंट्री कर दी.
एक कर्मचारी निलंबित
चिडियाघर प्रशासन के मुताबिक राजबीर सिंह को निलंबित कर दिया गया है और दूसरे कर्मचारियों के खिलाफ अभी कार्रवाई लंबित है. जांच कमेटी के मुताबिक पूछताछ के दौरान हेड कीपर विनोद कुमार ने स्वीकार किया है कि उसने जानवरों को नहीं देखा और सिर्फ दिहाड़ी मजदूरों के कहे अनुसार रजिस्टर में एंट्री कर दी.
वेटनरी ऑफिसर अभिजीत भावल 23 से 26 अप्रैल के बीच घड़ियाल को देखने नहीं गए. जबकि वेटनरी ऑफिसर की ये ड्यूटी है कि वो चिड़ियाघर में मौजूद जानवरों को रोज देखने जाएंगे और उनकी गतिविधियों को रिकॉर्ड करेंगे.
aajtak.in