आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता सोनी की खुदकुशी के मामले में रोहिणी अदालत ने सोमवार को पार्टी विधायक शरद चौहान की जमानत याचिका खारिज कर दी. कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत मे भेज दिया, वहीं दिल्ली पुलिस की रिमांड की याचिका भी ठुकरा दी गई.
शरद चौहान और वीरेंद्र मान साजिश का मास्टरमाइंड
दिल्ली पुलिस ने रोहिणी कोर्ट को बताया कि विधायक शरद चौहान ही सोनी की खुदकुशी के लिए जिम्मेदार हैं. इस मामले में चौहान और विरेंद्र मान इस पूरी साजिश के मास्टरमाइंड है. पुलिस
ने बताया कि इस मामले को रफा दफा करने के लिए विधायक ने भी सोनी पर दवाब डाला. उसे और उसके परिवार को समझौता कराने के लिए कहा गया.
सोनी ने की थी सार्वजनिक तौर पर माफी की मांग
पुलिस ने कोर्ट में बताया कि समझौते के दबाव के बीच सोनी इस बात पर अड़ी हुई थी कि वीरेंद्र मान ने उसकी सार्वजनिक रूप से बेइज्जती की है, तो वह सार्वजनिक रूप से ही माफी भी
मांगें. रजनीकांत इस मामले मे सोनी को बदनाम करने वाला रहा. उसने सोनी को धमकाने के लिए कहा कि आम आदमी पार्टी इस पर एक पर्दाफाश करेगी. उसने सोनी को खुदकुशी करने के
लिए मजबूर किया.
सोनी के खिलाफ सीडी बनाने की सजिश
इसके साथ ही पुलिस ने कहा कि मोहन लाल वर्मा वो व्यक्ति है जिसने सोनी को बिना बताए उसकी ओर से लोगों से बात की और कहा कि वह समझौता कर लेगी. संजय नाम के व्यक्ति ने
भी वीरेंद्र मान से बातचीत की, ताकि सोनी के खिलाफ सीडी बनाई जा सके. वहीं विधायक के वकील ने कहा कि उनके मुव्वकिल को फंसाया गया है. यह पूरा मामला दो राजनीतिक पार्टियों के
बीच की लड़ाई का नतीजा है.
केशव कुमार / पूनम शर्मा