दिल्ली: 6 मजदूरों की मौत मामले में गोदाम का मालिक और उसकी पत्नी गिरफ्तार

दिल्ली के उद्योग नगर में एक जूते के गोदाम में आग लगने के मामले में पुलिस ने गोदाम के मालिक पंकज गर्ग और उसकी पत्नी को गैर-इरादतन हत्या के आरोप के तहत गिरफ्तार किया है.

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दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

तनसीम हैदर

  • नई दिल्ली,
  • 16 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 1:18 AM IST
  • छह लोगों की मौत मामले में पति-पत्नी अरेस्ट
  • जूते के गोदाम में आग लगने मामले में पुलिस की कार्रवाई

दिल्ली के उद्योग नगर में एक जूते के गोदाम में आग लगने के मामले में पुलिस ने गोदाम के मालिक पंकज गर्ग और उसकी पत्नी को गैर-इरादतन हत्या के आरोप के तहत गिरफ्तार किया है. फोरेंसिक जांच में पता चला कि जूते के गोदाम में मुख्य द्वार के अलावा बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था, जिसके चलते गोदाम में 6 कर्मचारियों की मौत हो गयी थी, जबकि 6 कर्मचारी घायल हो गए थे.

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दिल्ली पुलिस के डीसीपी परविंदर के मुताबिक, 21 जून को पश्चिम विहार इलाके में अपेक्षा इंटरनेशनल कंपनी में भीषण आग लगी थी. दरअसल, यहां पर एक जूते का गोदाम था और यहां ऑनलाइन बिक्री की जाती थी. आग लगने के बाद बताया गया कि फैक्ट्री में कई मजदूर फंसे हुए हैं, जिसके बाद कई घंटों की मशक्कत जारी रही और आग पर काबू पाया जा सका.

उसके बाद दमकल की 30 गाड़ियां भी मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने और अंदर फंसे लोगों को बचाने के लिए अभियान शुरू किया गया. हालांकि, 48 घंटे के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका और तलाशी अभियान भी अधूरा रहा. जांच के दौरान यह पता चला कि इस गोदाम में 21 जून की सुबह करीब 8 बजे कुल 12 कर्मचारी काम पर आए थे और 15 मिनट के बाद आग लग गई. 6 कर्मचारियों को समय रहते निकाल लिया गया, जबकि 6 कर्मचारियों की मौत हो गई.

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पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि गोदाम बुरी तरह ओवरलोडेड था. चारों तरफ से लोहे के ग्रिल और गेट से दरवाजे बंद थे. आने-जाने के लिए सिर्फ एक ही दरवाजा था. इस इमारत में कोई भी आपातकालीन रास्ता नहीं बनाया क्या था और न ही अग्नि सुरक्षा के इंतजाम और उपकरण मौजूद थे. यह पता चला है कि गोदाम में जूते और दूसरा सामान रखने के लिए सभी मंजिलों पर लोहे के कई स्लैब बनाए गए थे.

यही वजह थी कि जो लोग अंदर थे, वह सबसे ऊपरी मंजिल पर थे. सामान पड़ा हुआ पड़ा था निकलने का कोई रास्ता नहीं था. इस इमारत में अवैध तरीके से सामान को स्टोर करने के लिए जरूरत से ज्यादा माल भर दिया गया था. इस समारोह को डिपार्टमेंट की एनओसी भी नहीं मिली थी. आरोपियों द्वारा कागजों में 4 फर्म चलाई जा रहीं थीं, जिसमें कुछ पंकज गर्ग की पत्नी सुरभि के नाम हैं. सुरभि को 8 जुलाई को द्वारका मोड़ से गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि उसके पति ने 14 जुलाई को पश्चिम विहार थाने में आत्मसमर्पण कर दिया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान आरोपी पंकज गर्ग ने खुलासा किया कि जूता बाजार में प्रतिस्पर्धा के कारण वह जूतों का प्रमुख विक्रेता बनना चाहता था. इस प्रकार उसने अपने गोदाम को ओवरलोड कर दिया था.

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