दिल्ली नगर निगम चुनावों को लेकर बेशक संशय बना हो लेकिन दिल्ली कांग्रेस में चुनावों को लेकर मीटिंग को का दौर जारी है. तीनों नगर निगमों को मिलाकर एक निगम का बिल कैबिनेट में पास करने के बाद दिल्ली कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह ने गुरुवार शाम को एक बैठक बुलाई.
सूत्रों की माने तो करीब 2 घंटे चली इस मुलाकात में आपसी गुटबाजी पर जमकर बहस हुई. पूर्व सीएलपी लीडर जितेंद्र कोचर और प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी के बीच पार्टी को जोड़ने को लेकर बहस हुई. बैठक में जहां सभी नेताओं ने निगम को एक करने का विरोध किया तो वहीं सीएलपी लीडर जितेंद्र कोचर ने इसका समर्थन किया.
जितेंद्र कोचर ने कहा कि दिल्ली की जनता की भलाई के लिए निगम को एक होना चाहिए. हालांकि इस बीच दिल्ली कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह ने इन नेताओं को एक साथ खड़ा होकर चुनाव लड़ने की सलाह दी. दिल्ली कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह ने आजतक से बातचीत में बताया कि राहुल गांधी के साथ हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है.
साथ ही कहा गया है कि सभी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष के साथ बैठक करेंगे और चुनाव की रणनीति तैयार करेंगे. इसी तर्ज पर हर सीनियर नेताओं और पूर्व निगम में रहे सभी कांग्रेस लीडर्स के साथ बैठक की जा रही है.
शक्ति सिंह ने भाजपा पर साधा निशाना
शक्ति सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारी पार्टी में लोकतंत्र की प्रक्रिया है. बीजेपी की तरह डिक्टेटरशिप नहीं है. वहीं, दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने बताया कि आज बीजेपी चुनावों से भाग रही है. शीला दीक्षित ने दिल्ली के विकास के लिए एमसीडी का बंटवारा किया था लेकिन बीजेपी ने उस बंटवारे का फायदा उठाया और जमकर भ्रष्टाचार किया, उसका नतीजा है कि आज पानी की कमी है और दिल्ली की जनता परेशान हो रही है. हालांकि अनिल चौधरी ने आपसी गुटबाजी पर साफ कहा कि हम सब एक हैं और एक साथ चुनाव में उतरेंगे.
इस बैठक में दिल्ली कांग्रेस प्रभारी शिक्त सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी के साथ मौजूदा वाइस प्रेसिडेंट अभिषेक दत्त, शिवानी चोपड़ा, मुदित अग्रवाल, अली मेहंदी, जय किशन, मौजूदा वाइस प्रेसिडेंट, सीएलपी जितेंद्र कोचर, पूर्व मेयर फरहाद सूरी, सतवीर सिंह, वरयाम कौर, मौजूदा लीडर ऑफ हाउस प्रेरणा सिंह अभिषेक दत्त, जुबेर अहमद शामिल हुए.
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सुशांत मेहरा