दिल्ली में फ्री बिजली को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच रार बढ़ती जा रही है. आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को खत लिखकर तीन सवाल पूछे हैं.
संजय सिंह इस खत में कई सवाल पूछे हैं. संजय सिंह ने बीजेपी पर बिजली कंपनियों से मिले होने का भी आरोप लगाया है. इस सवाल के जरिए बीजेपी पर AAP तंज कस रही है.
1. दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी 200 यूनिट तक फ्री बिजली दिए जाने के फैसले को खत्म क्यों करना चाहती है? 400 यूनिट तक आधे दाम की छूट को खत्म करके दिल्ली की जनता को मिलने वाली राहत क्यों खत्म करना चाहती है?
2. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और बिजली कंपनियों के बीच क्या गोपनीय समझौता हुआ है?
3. क्या दूसरे भाजपा शासित राज्यों की तरह दिल्ली में भी बिजली के दाम बढ़ाकर भाजपा आम आदमी की राहत को खत्म कर देगी? यदि नहीं तो भाजपा शासित राज्यों में कब तक 200 यूनिट तक बिजली फ्री हो जाएगी?
आपको बता दें कि बीजेपी सांसद विजय गोयल ने आम आदमी पार्टी सरकार को घेरते हुए कहा था कि केजरीवाल सरकार चुनाव से 2 महीने पहले फ्री बिजली करके वोट बटोरने चाहती है , अगर दिल्ली की सरकार को वाकई हमदर्दी होती तो वह 5 साल फ्री बिजली देती.
ज़ाहिर है दिल्ली का चुनाव नजदीक आते ही आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच अलग अलग मुद्दों पर खींचतान जारी है. इससे पहले दिल्ली में प्रदूषण के मुद्दे पर भी दोनों ही राजनीतिक दल आपस में बयानबाज़ी करते नज़र आये थे .
केजरीवाल जता चुके हैं ऐतराज
इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि बीजेपी सांसद 4,000 यूनिट बिजली मुफ्त ले रहे हैं , लेकिन वो जनता को दी जा रही 200 यूनिट मुफ्त बिजली के खिलाफ हैं.
केजरीवाल ने दिल्ली के शाहदरा और पटपड़गंज में स्वयंसेवकों के साथ आयोजित बैठकों के दौरान बीजेपी सांसद विजय गोयल के उस बयान को लेकर हमला किया, जिसमें उन्होंने बिजली सब्सिडी खत्म करने की बात कही थी.