कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. आंदोलनकारी किसान टिकरी, सिंधु, गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर पर डटे हुए हैं. आंदोलनकारी किसानों के लिए की तरफ गाजीपुर बॉर्डर पर लंगर की व्यवस्था है. मोबाइल चार्जिंग के लिए भी मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट लगाए गए हैं, जहां पर अलग-अलग कंपनी के मोबाइल चार्जर लगे हुए हैं.
किसान यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरण सिंह का कहना है कि मोबाइल बहुत जरूरी है, इससे हम लोग अपने संगठन के दूसरे लोगों से बातचीत करते हैं, बिना मोबाइल के बहुत दिक्कत हो जाती है, इसलिए चार्जिंग बहुत जरूरी है. जब भी बैटरी खत्म होती हम लोग यहां पर आकर के चार्ज करते हैं.
किसान नेता अमरपाल सिंह का भी कहना है कि अपने घर वालों से बातचीत करनी पड़ती है, उनको बताना पड़ता है कि हम लोग ठीक हैं, आंदोलन कहां तक पहुंचा, क्या अपडेट है. संभल जिला अध्यक्ष संपत सिंह यादव का कहना है कि जैसे हमें बाकी खुराक की जरूरत पड़ती है वैसे ही मोबाइल भी जरूरी है. मोबाइल के बिना बहुत परेशानी होती है.
भारत बंद और सरकार से होने वाली बातचीत पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा भारत बंद पूरी तरह से सफल रहेगा. पूरे देश भर के लोगों का समर्थन है. राकेश टिकैत ने सरकार के साथ कल होने वाली बातचीत के बारे में कहा कि अब सरकार को ही रास्ता निकालना है. सरकार कुछ ना कुछ रास्ता जरूर निकालेगी.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि तीनों कानून जो हम वापस चाहते हैं, उनको सरकार वापस करेगी और एमएसपी को लेकर जो गारंटी हम लोग चाहते हैं, वह भी सरकार को करना है. सरकार जरूर उसको लेकर कुछ न कुछ रास्ता जरूर निकालेगी. हमको लगता है कि कल सरकार द्वारा हमारी मांग पूरी की जाएगी, क्योंकि कई दौर की बातचीत हो चुकी है.
अशोक सिंघल